अंकारा, 24 अक्टूबर : तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdogan) ने स्वीडन के नाटो परिग्रहण प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर कर दिए. उनके कार्यालय ने यह जानकारी दी. शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, प्रोटोकॉल पर शुरुआत में संसद की समिति में चर्चा की जाएगी और फिर इसे वोट के लिए महासभा में प्रस्तुत किया जाएगा.
अंकारा ने पहले कहा था कि वह नाटो में फिनलैंड और स्वीडन की सदस्यता को तब तक मंजूरी नहीं देगा, जब तक कि दोनों देश आतंकवाद के संबंध में आवश्यक कदम नहीं उठाते और अनुरोधित व्यक्तियों को प्रत्यर्पित नहीं करते. स्वीडन में कुरान जलाने की घटनाओं पर तुर्की की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया हुई थी. लेकिन फ़िनलैंड और फिर स्वीडन की नाटो सदस्यता वीटो को क्रमिक रूप से हटा लिया गया. यह भी पढ़ें : Israel Hamas War: हमास को जड़ से उखाड़ फेंकने की आवश्यकता- भारतीय-अमेरिकी सांसद श्री थानेदार
तुर्की की संसद ने मार्च में फ़िनलैंड की नाटो बोली की पुष्टि की थी, लेकिन प्रतिबंधित कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) के कथित समर्थन के कारण स्वीडन के लिए इसी तरह की बोली के बारे में अनिच्छुक थी. स्वीडन ने नाटो सदस्यता की प्रक्रिया में अपने आतंकवाद विरोधी कानून में नए संशोधन किए, लेकिन नॉर्डिक देश ने अभी तक तुर्की द्वारा अनुरोधित " संंदिग्ध आतंकवादियों" का प्रत्यर्पण नहीं किया है.