Maldives President Mohamed Muizzu On India: भारत और मालदीव के बीच पर्यटन को लेकर चल रहे तनाव के बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़ू ने बिना नाम लिए एक बार फिर भारत को निशाना बनाया है. मालदीव के राष्ट्रपति ने हाल ही में चीन का दौरा किया. वापस मालदीव आने के बाद मुइज़ू ने कहा कि "हम भले ही छोटे देश हैं, लेकिन हमें धमकाने का लाइसेंस किसी को नहीं है. मालदीव किसी देश विशेष की संपत्ति नहीं है"
यह बयान हाल ही में हुए घटनाक्रमों की प्रतिक्रिया के रूप में आया है. पिछले हफ्ते भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप द्वीप समूह के दौरे के बाद मालदीव के कुछ मंत्रियों ने सोशल मीडिया पर विवादास्पद टिप्पणियां की थीं. इन टिप्पणियों में मोदी का अपमान किया गया था और लक्षद्वीप के पर्यटन विकास का मज़ाक उड़ाया गया था.
President of Maldives addressing a presser after arriving from China:
"We may be small but this doesn't give them the licence to bully us." (Without naming any country)pic.twitter.com/gKQk0Fl8v4
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) January 13, 2024
मालदीव सरकार ने इन टिप्पणियों की निंदा की और मंत्रियों को निलंबित कर दिया. हालांकि, भारत ने इस कार्रवाई को अपर्याप्त बताया और मालदीव के राजदूत को तलब किया. इसके अलावा, कुछ भारतीय यात्रा एजेंसियों ने मालदीव की यात्राओं पर बुकिंग रोक दी है.
मुइज़ू के बयान से तनाव और बढ़ने की आशंका है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि मालदीव भारत के साथ अपने मित्रतापूर्ण संबंधों को बचाना चाहता है. उन्होंने दोनों देशों के बीच बातचीत के जरिए इस मुद्दे को सुलझाने की उम्मीद जताई.
इस विवाद के पीछे भारत के लक्षद्वीप द्वीप समूह के विकास की योजनाएं भी एक कारण हैं. लक्षद्वीप मालदीव के करीब स्थित है और दोनों ही देश पर्यटन पर निर्भर हैं. कुछ विश्लेषकों का मानना है कि भारत लक्षद्वीप को विकसित करके मालदीव के पर्यटन उद्योग को टक्कर देना चाहता है.