इजराइल ने हाल ही में यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को 'पर्सोना नॉन ग्राटा' घोषित करते हुए देश में उनकी एंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया है. इजराइल के विदेश मंत्री इसराइल काट्ज ने इस संबंध में ट्वीट किया कि, "आज, मैंने यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को इजराइल में 'पर्सोना नॉन ग्राटा' घोषित किया है और उन्हें देश में प्रवेश करने से रोक दिया है."
काट्ज ने यह भी कहा कि, "जो कोई भी ईरान के इजराइल पर हुए वीभत्स हमले की स्पष्ट रूप से निंदा नहीं कर सकता, उसे इजरायली धरती पर कदम रखने का अधिकार नहीं है." उन्होंने गुटेरेस पर यह आरोप लगाया कि वह 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए नरसंहार और यौन अत्याचारों की निंदा करने में असफल रहे हैं.
गुटेरेस के बयानों पर सवाल
गुटेरेस पर इजराइल का आरोप है कि वह आतंकवादी संगठनों, जैसे हमास और हिजबुल्ला के समर्थन में खड़े हैं. काट्ज ने कहा कि "गुटेरेस एक ऐसे महासचिव हैं, जो आतंकियों, बलात्कारी और हत्यारों का समर्थन कर रहे हैं." इजराइल ने यह स्पष्ट किया कि वे अपनी नागरिकों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं, चाहे गुटेरेस उनके साथ हों या नहीं.
Today, I have declared UN Secretary-General @antonioguterres persona non grata in Israel and banned him from entering the country.
Anyone who cannot unequivocally condemn Iran's heinous attack on Israel, as almost every country in the world has done, does not deserve to step…
— ישראל כ”ץ Israel Katz (@Israel_katz) October 2, 2024
इजराइल की प्रतिक्रिया
इस कदम से इजराइल की कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर होती है, जो कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय में उनके अधिकारों और सुरक्षा को प्राथमिकता देती है. इजराइल का मानना है कि वैश्विक आतंक के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, और वे इस बात को लेकर स्पष्ट हैं कि उन्हें किसी भी देश या नेता का समर्थन नहीं चाहिए जो उनकी सुरक्षा को खतरे में डालता है. इजराइल का यह निर्णय एक स्पष्ट संदेश देता है कि वे अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.
जंग के ताजा हालात
ईरान की ओर से इजरायल पर करीब 180 मिसाइलें दागी गई हैं. इससे तनाव काफी बढ़ गया है. लेकिन इजरायल की सेना ने लेबनान में अपने ऑपरेशन को और तेज कर दिया है. पिछले 12 घंटे में इजरायल ने छठीं बार लेबनान पर एयरस्ट्राइक की है. जमीनी हमले के लिए और सैनिकों को कूच करने का आदेश दिया गया है. उधर, लेबनान ने भी इजरायल पर 100 से ज्यादा मिसाइलें दागी हैं.