इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) में इस समय सबसे बड़ा सवाल यही है कि प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) सत्ता में बने रहेंगे या उन्हें कुर्सी से हाथ धोना पड़ेगा? इस बीच इमरान खान ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं विश्वास मत का प्रस्ताव लाने जा रहा हूं. फिर मुझे विपक्ष में बैठना पड़े या सदन से बाहर होना पड़े, कोई फर्क नहीं पड़ता है. मैं विपक्षी नेताओं को तब तक छोड़ने वाला नहीं हूं, जब तक वो देश का पैसा वापस नहीं दे देते हैं.
बता दें कि इमरान के कैबिनेट मंत्री अब्दुल हफीज शेख (Abdul Hafeez Shaikh) को पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी (Yousaf Raza Gillani) ने हरा दिया. कैबिनेट मंत्री की हार प्रधानमंत्री इमरान खान के लिए बड़ा झटका है. इस हार के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद में विश्वास मत हासिल करने का फैसला किया है. हालांकि इस हार के बाद इमरान खान विपक्ष पर लगातार हमला बोल रहे हैं. इमरान खान को फिर लगा झटका, FATF की ग्रे लिस्ट में ही बना रहेगा पाकिस्तान.
इमरान खान का विपक्ष पर हमला:
I am going to take a vote of confidence from the (National) Assembly. No matter if I sit in Opposition or am out of the Assembly, I will not spare anyone of you (Opposition leaders) until you return the money of this country: Pakistan PM Imran Khan (file photo) pic.twitter.com/P5nDNgSNxb
— ANI (@ANI) March 4, 2021
इमरान ने कहा कि मैं राजनीति में पैसा कमाने के लिए नहीं आया. मेरे पास पहले से ही इतना पैसा और शोहरत था कि मैं अपनी पूरी जिंदगी अमन चैन से रह सकता था, लेकिन मैंने देश के लिए राजनीति में आने का फैसला लिया. मैं किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचारियों के साथ समझौता नहीं करूंगा.
इमरान खान ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं कॉन्फिडेंस मोशन ले रहा हूं. मैं कॉन्फिडेंस वोट लूंगा अपनी असेंबली से, मैं विपक्ष में बैठ जाउंगा, मैं पैसा नहीं बाटूंगा. खुदा से खौफ होना चाहिए. उन्होंने कहा, मेरी पावर चली जाती है तो मुझे क्या फर्क पड़ेगा, न मैनें फैक्ट्रियां बनाई न ही रिश्तेदारों को नौकरी दी है.
इमरान खान ने कहा, पाकिस्तान बेहद गरीब मुल्क है, इसलिए मैं ट्रैवल और सिक्योरिटी पर पैसे खर्च करता हूं, बाकी सभी खर्च मैं खुद करता हूं. अगर में सत्ता से बाहर होता हूं तो भी मेरी जिंदगी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.