Hindi Diwas 2020: चीनी लोगों पर ऐसे चढ़ रहा है हिंदी का रंग, विभिन्न विश्वविद्यालयों से हिंदी के छात्रों ने हिंदी दिवस पर दी हार्दिक शुभकामनाएं, यहां देखें Video
चीनी छात्रों ने दी हिंदी दिवस की शुभकामनाएं (Photo Credits: Twitter)

नई दिल्ली: भारत और चीन (China) के बीच तनाव जारी है. लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीनी ड्रैगन आग उगल रहा है. भारत की तमाम कोशिशों और दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुए बातचीत के दौर के बाद भी सीमा पर तनातनी चल रही है. लेकिन इन सब के बीच चीनी लोगों पर हिंदी (Hindi)  का रंग खूब चढ़ता दिख रहा है. चीनी लोग बेहद ही प्यारे अंदाज में हिंदी बोलते दिख रहे हैं. चीनी छात्र हिंदी भाषा सीख रहे हैं. इसके साथ ही वे यह भी कामना कर रहे हैं कि भारत और चीन के बीच आपसी संबध ठीक हो जाए.

बीजिंग (Beijing) के हिंदी संस्थान में पढ़ने वाले ये छात्र सिर्फ हिंदी सीखते नहीं है बल्कि अपना अलग हिंदी नाम भी रखते हैं. प्रसार भारती बीजिंग ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर ऐसे कुछ वीडियोज शेयर किए हैं जिनमें चीनी लोग हिंदी दिवस की शुभकामनाएं दे रहे हैं. ये लोग हिंदी बोल रहे हैं और हिंदी से अपना प्यार जाहिर कर रहे हैं. हिंदी सीखने वाले ये छात्र भारत आकर हिंदी को और सीखने की इच्छा भी रखते हैं.

देखें प्रसार भारती बीजिंग का यह वीडियो:

प्रसार भारती बीजिंग ने अपने ट्वीट में लिखा, "चीन भर के अलग-अलग विश्वविद्यालयों के हिंदी छात्रों ने हिंदी दिवस समारोह के लिए अपनी हार्दिक शुभकामनाएं भेजीं. लगभग 500 चीनी छात्रों ने आर 18 चीनी विश्वविद्यालयों में हिंदी सीखी."

इस वीडियो में आप सुन सकते हैं एक छात्र कह रहा है, "मेरी कामना है कि भारत और चीन दोनों देशों में आपसी भाईचारा बढ़े, और हमें एक दुसरे को जानने के और अधिक अवसर मिलें. अगले वर्ष मैं भारत जाकर हिंदी में एमए करना चाहता हूं. बहुत धन्यवाद." वहीं दूसरा छात्र हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कामना कर रहा है कि हिंदी का और विकास हो."

देखें चाइना मीडिया ग्रुप की हिंदी रिपोर्टर का यह वीडियो:

हर वर्ष की तरह इस साल भी 14 सितंबर को देशभर में हिंदी दिवस मनाया गया. इसी दिन हिंदी को देश की राजभाषा का दर्जा प्राप्त हुआ था. 14 सितंबर 1949 को देश के अधिकांश हिस्सों में बोली जाने वाली हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया. गांधी जी ने हिंदी को जनमानस की भाषा कहा था. साल 1953 में पहली बार हिंदी दिवस का आयोजन हुआ था, तभी से यह सिलसिला बना हुआ है.