पाकिस्तान बेस्ड आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के खिलाफ फ्रांस (France) ने बड़ा फैसला लिया है. फ्रांस का कहना है कि उसने जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर (Masood Azhar) की फ्रांसीसी संपत्ति को फ्रीज करने का फैसला किया है. बता दें कि पिछले दिनों भारत द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की भारत की कोशिशों में फ्रांस ने खुले तौर पर भारत से साथ की बात कही थी. पिछले दिनों फ्रांस सरकार के सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी थी कि संयुक्त राष्ट्र संघ में जैश-ए-मोहम्मद को प्रतिबंधित करने के लिए फ्रांस प्रस्ताव पेश करेगा.
पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ इस कूटनीतिक घात के बाद भारत और फ्रांस पाकिस्तान पर दबाव बनाने के लिए अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रहे हैं. ऐसी खबर है कि जैश के सरगना मसूद अजहर के साथ-साथ उसके भाई अब्दुल रौफ असगर और अन्य जैश कमांडरों के खिलाफ भी ऐसा ही एक प्रस्ताव यूएन में पेश किया जा सकता है. यह भी पढ़ें- भारत से पंगा लेना चीन को पड़ रहा है भारी, मसूद अजहर से प्यार के चलते दुनियाभर में हो रही है किरकिरी
Reuters: France says it has decided to freeze the French assets of Jaish-e-Mohammed Chief Masood Azhar pic.twitter.com/mtMGuazFii
— ANI (@ANI) March 15, 2019
गौरतलब है कि फ्रांस ने अपने प्रयासों के लिए अन्य यूरोपीय देशों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है. वहीं सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान ने भी अपने मित्र देशों के साथ मेल-जोल बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. आतंकवाद में चीन पाक का साथ दे रहा है. चीन ने एक बार फिर पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकवादी (Global Terrorist) घोषित करने के प्रस्ताव पर 'टेक्निकल होल्ड' लगा दिया है. चीन के कारण आतंकी संगठन जैश का मुखिया मसूद अजहर फिर से ग्लोबल आतंकी घोषित नहीं हो सका.