नकली 'कोविड-19' टेस्टिंग किट्स को लेकर  इंटरपोल की बड़ी कार्रवाई, इंटरनेशन रैकेट का भंडाफोड़ कर 77 देशों से 407 लोगों को किया गिरफ्तार
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Interpol)

नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बीच जहां पूरा विश्व परेशान है. क्योंकि इस महामारी के संक्रमण में आने के लोगों की बड़े पैमाने पर मौत रही है. ऐसे में इस महामारी को रोकने को लेकर विश्व के तमाम देश वैसीन खोजने की कोशिश कर रहे हैं. ताकि कोरोना के प्रकोप से होने वाली मौत की कड़ी टूट सके. इस संकट काल में पूरी दुनिया एक साथ इस वायरस से लड़ रही है. लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जो चंद पैसों के लिए लोगों की जिंदगियों को दाव पर लगाने से नहीं चुक रहे हैं. कुछ इसी तरह इंटरपोल (Interpol) और पुलिस की कार्रवाई में 77 देशों में नकली कोविड-19' टेस्टिंग किट्स (Fake COVID-19 Kits) बेचने का भंडाफोड़ हुआ है.

इंटरपोल की तरफ से बुधवार को बताया गया कि विश्व के अलग-अलग देशों में मारे गए छापे में अवैध रूप से बेचे जा रहे खाद पदार्थ के साथ छापे में 17,000 नकली कोविड-19 टेस्ट किट्स बरामद किए गए हैं. अधिकारियो के तरफ से बताया गया कि इस कार्रवाई में 77 देशों में ऐसे सामग्री बेचे जाने को लेकर जप्त किए गए सामानों के कीमत 40 मिलियन यूएस डालर (34.5 मिलियन यूरो) है. जिस अवैध धंधे को लेकर किए गए कार्रवाई में दिसंबर 2019 से जून 2020 तक 407 लोगों को गिरफ्तार किया. जिसमें नकली खाद पदार्थ , मांस, दवा, सामानों पर गलत स्टीकर लगाकर बेचना, उपचार के लिए दवा आदि शामिल हैं. वहीं इस कार्रवाई के बाद इन प्रमुख चीजों पर बैन लगा दिया हैं. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र: कोरोना संकट के बीच कोविड-19 की जांच के लिए पालघर को मिले 3,000 एंटीजन किट

ऐसे कारोबार को लेकर इंटरपोल के महासचिव Jürgen Stock ने ग्राहकों को सावधान रहने को कहा है. वहीं अवैध सामान को बेचने वाले लोगों को ऐसे सामान बेचने को लेकर सावधान करने के साथ ही उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की करने की बात कही हैं. वही इंटरपोल के छपे में मालूम पड़ा हैं कि इस तरह के अवैध कारोबार अपराधी किस्म के लोगों के मदद से चलाया जा रहा है. जो इस कोरोना संकट के बीच मुनाफे के तौर पर सिर्फ पैसा कमाना चाहते हैं.