Extreme Cold And Snowfall in Europe: कल्पना कीजिए, सारा जहां एक सफेद चादर में सो गया हो. पेड़ों पर, घरों पर, सड़कों पर, नदियों पर - चारों ओर बस बर्फ ही बर्फ हो और सर्दीली हवा में ऐसा सन्नाटा पसरा हो जो कांपने पर मजबूर कर दे. उत्तरी यूरोप का फिलहाल यही हाल है, जो इन दिनों ज़बरदस्त बर्फ़बारी और जमा देने वाली ठंड का सामना कर रहा है.
यूरोप में आने वाले बर्फीले तूफान हेन्क के बाद स्वीडन में अत्यधिक ठंड पड़ रही है, जबकि फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के कुछ हिस्से बारिश से जलमग्न हो गए हैं.
यूरोप में माइनस 35 से 40 डिग्री के तापमान ने ज़िंदगी को लगभग रोक ही दिया है. स्कूल, कॉलेज, दफ़्तर बंद पड़े हैं. सड़कें बर्फ़ की मोटी चादर के नीचे दबी हैं. गाड़ियों की रफ्तार थम सी गई हैं. लोग घरों में दुबके हुए, खिड़कियों से इस बर्फ़ीली नज़ारे को देख रहे हैं. बर्फ़बारी की वजह से बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है, जिससे अंधकार और ठंड का दोगुना दुख सहना पड़ रहा है. पेड़-पौधे बर्फ़ के बोझ तले झुक गए हैं, कई तो टूटकर गिर भी रहे हैं.
उत्तरी यूरोप भारी बर्फबारी से बेहाल है. कई जगहों पर तापमान मायनस 35 से 40 डिग्री तक गिर गया है. आम जनजीवन ठप है.#Snow #ColdEurope #DWHindi pic.twitter.com/lQImQf3QNE
— DW Hindi (@dw_hindi) January 5, 2024
लेकिन इस कहर के बीच भी एक अजीब सी ख़ूबसूरती छिपी हुई है. बर्फ़ ने दुनिया को एक सफेद कैनवास में बदल दिया है. पेड़ों की टहनियां बर्फ़ के बोझ से झुकी हुई हैं. नदियां जमी हुई हैं. इस बर्फ़बारी ने लोगों को घरों के अंदर बंद कर दिया है.