ब्रुसेल्स, 21 नवंबर: यूरोपीय संघ (ईयू) के शीर्ष अधिकारियों ने 'ग्रुप ऑफ 20' (जी20) के नेताओं से बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए और अधिक महत्वाकांक्षी कामों आगे बढ़ाने की अपील की है. हालांकि आगामी जी20 शिखर सम्मेलन का पहला फोकस महामारी से लड़ना है. शुक्रवार को यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल और यूरोपीय आयोग कीअध्यक्ष उसुर्ला वॉन डेर लेयेन ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में जलवायु परिवर्तन से निपटने के तात्कालिक और महत्वपूर्ण कामों की अहमियत बताते हुए जी20 नेताओं से पेरिस समझौते के पूर्ण और प्रभावी कार्यान्वयन करने के लिए का आग्रह किया.
मिशेल ने कहा, "जलवायु परिवर्तन का खतरा कल की तुलना में आज कम नहीं हुआ है." समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय व्यापार नीतियों को सुधारने के लिए विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में सुधार के साथ-साथ 'ग्रीन बॉन्ड' के लिए सामान्य मानकों के विकास की वकालत की, जो ग्रीन इन्वेस्टमेंट के लिए बचत इकट्ठा करती है. उन्होंने कहा, "यूरोपीय संघ ने इस पर काम करना शुरू कर दिया है और हमारा मानना है कि जी 20 को ग्रीन फाइनेंस के वैश्विक मुद्दे पर तत्काल काम करना चाहिए."
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इसे 'एक बड़ा कदम' बताते हुए वॉन डेर लेयेन ने कहा कि जी 20 के आधे सदस्य जिनमें जापान, चीन, दक्षिण कोरिया या दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं, पहले ही 2050 तक या इसके तुरंत बाद कार्बन तटस्थता प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
वॉन डेर लेयेन ने कहा, "जलवायु परिवर्तन से लड़ने के साथ-साथ, हमें अपनी प्रकृति की रक्षा के लिए वैश्विक प्रयासों पर ध्यान देने और जैव विविधता को हो रहे खतरनाक नुकसान से बचाने की जरूरत है." 2020 का जी20 शिखर सम्मेलन 21-22 नवंबर को वर्चुअल रूप से आयोजित किया जाएगा, जिसकी अध्यक्षता सऊदी किंग सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद करेंगे.