नई दिल्ली: कोविड-19 (COVID-19) की चपेट में पूरी दुनिया है. लेकिन इस महामारी का सबसे ज्यादा असर अमेरिका के बाद इटली और स्पेन में देखा जा रहा था. वहीं इस महामारी की चपेट में ब्रिटेन भी है. इन प्रमुख देशों के साथ ब्रिटेन में भी प्रतिदिन बड़े पैमाने पर लोगों की जान जा रही है. एक साथ लोगों की इतने बड़े पैमने पर जान जाने से कोविड-19 को मात देकर आये ब्रिटेन के पीएम भी परेशान है कि देश के नागरिकों की जान कैसे बचाई जाए. ब्रिटेन से कोरोना को लेकर जो ताजा खबर है उसके अनुसार पिछले 24 घंटे में 813 और लोगों की मौत के बाद ब्रिटेन में मरने वालों की संख्या 20,319 पहुंच गई है.
कोविड-19 की महामारी के चले ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था पूरी तरफ से ख़राब हो गई है. ऐसे में खबर है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में लागू लॉकडाउन और सामाजिक दूरी के नियमों में छूट देने का खाका तैयार कर रहे हैं ताकि आर्थिक गतिविधि दोबारा शुरू की जा सके. मीडिया में शनिवार को छपी खबर के मुताबिक सुनक पर महामारी के बीच ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को संकट से बचाने की जिम्मेदारी है. ऐसे में सोशल दिस्तैनिसं को ध्यान में रखते हुए किस तरह से काम काज को चालू किया जाए. इसके बारे में ब्रिटेन सरकार विचार विमर्स कर रही है. यह भी पढ़े: विशेषज्ञ ने कहा- कोरोना वायरस से ब्रिटेन में मृत्युदर के अधिक होने की संभावना
#BREAKING UK says virus death toll up by 813 to 20,319 pic.twitter.com/xTCQKCzxhb
— AFP news agency (@AFP) April 25, 2020
द टाइम्स की खबर के मुताबिक प्रतिष्ठानों में बोर्ड लगाना होगा जिसमें कामगारों को दो मीटर की दूरी बनाए रखने और कोविड-19 के लक्षण होने पर घर जाने के निर्देश लिखा होगा. कंपनियों को यह भी कहा जाएगा कि सामुदायिक स्थलों जैसे कैंटीन आदि को तबतक बंद रखा जाए जबतक सामाजिक दूरी सुनिश्चित नहीं होती और हाथ धोने की पर्याप्त सुविधा मुहैया नहीं कराई जाती. अखबार ने दावा किया कि वित्त मंत्री ने फ्रांस, जर्मनी, डेनमार्क, स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रेलिया के अपने समकक्षों से बात कर पाबंदियों में छूट के उनके प्रयासों पर चर्चा की. (इनपुट भाषा)