पूरी दुनिया पर मुसीबत बनकर टूटी कोविड-19 बीमारी से हर कोई त्रस्त है. चीन के वुहान से निकला कोरोना वायरस अब पूरे संसार के लिए खौफ बन गया है. इंसानों की जिंदगियां लगातार जा रही हैं. कोरोना के प्रकोप से सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि इटली, फ्रांस, ब्रिटेन, ईरान समेत कई देश शामिल हैं. वहीं दुनिया का सबसे ताकतवर देश के रूप में पहचान बनाने वाला अमेरिका भी कोरोना वायरस के आगे घुटने टेकता नजर आ रहा है. इटली और स्पेन के बाद कोरोना का केंद्र अमेरिका बनता जा रहा है. अमेरिका में अब तक 3000 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं डेढ़ लाख ऐसे हैं जो कोरोना वायरस से जूझ रहे हैं. इटली के बाद अमेरिका में मृतकों की संख्या सबसे अधिक है. अकेले सोमवार के दिन ही कोरोना वायरस के कारण महज 24 घंटे में 518 लोगों की मौत हो गई.
कोरोना वायरस का सबसे अधिक प्रकोप न्यूयॉर्क में देखा जा रहा है. यहां अकेले कुल संक्रमित मामलों की संख्या 1,218 मौतों के साथ 66 हजार से अधिक है. जो फिलहाल बढ़कर अधिक हो गया होगा. हालात सामन्य हों और लोग सुरक्षित रहें इसलिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सामाजिक दूरी वाले दिशा-निर्देशों को 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है. अमेरिका दावा कर रहा है कि आने वाले समय एक जून तक पूरे स्थिति को कंट्रोल कर लिया जाएगा. यह भी पढ़ें: Coronavirus: इटली में कोरोना से 24 घंटे में 812 लोगों की मौत, मरने वालों की संख्या 11 हजार के पार पहुंची, लॉकडाउन 12 अप्रैल तक बढ़ाया गया.
गौरतलब हो कि कोरोना वायरस (Coronavirus) एक ऐसी महामारी जिसने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है. इस महामारी ने जितना कहर चीन में नहीं दिखाया होगा. कही उससे ज्यादा इटली (Italy) और स्पेन में देखा जा रहा है. जिसकी वजह से इटली में जहां प्रतिदन 8 सौ के ऊपर लोगों की जाने जा रही है. वहीं स्पेन में भी कुछ इसी तरफ से लोगो की मौत हो रही है.