Animals COVID-19 Carnivak-Cov Vaccine: कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी से जंग में वैक्सीन एक बेहद अहम हथियार साबित हो रही है. दुनियाभर में तेजी से वैक्सीनेशन अभियान चलाये जा रहे है. इस बीच रूस (Russia) ने कोरोनो वायरस के खिलाफ जानवरों का टीकाकरण शुरू कर दिया है. मार्च में रूस ने घोषणा की कि उसने दुनिया का पहला जानवरों के लिए कोविड-19 रोधी वैक्सीन रजिस्टर्ड किया है. रूस के पशु चिकित्सा और फाइटोसैनिटरी निगरानी के लिए बनाई गई संघीय सेवा रोसेलखोजनाडजोर (Rosselkhoznadzor) ने बताया कि कई क्षेत्रों में अब पशु चिकित्सा क्लीनिकों (Veterinary Clinic) में जानवरों का वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है. कार्निवैक-कोव (Carnivak-Cov) वैक्सीन लगने के बाद प्रतिरक्षा की अवधि अनुमानित छह महीने है. Fact Check: फ्रांसीसी नोबेल पुरस्कार विजेता Luc Montagnier ने कहा- वैक्सीनेशन के 2 साल के अंदर लोग मर जाएंगे? इस फर्जी दावे का PIB ने किया पर्दाफाश, सामने आई सच्चाई
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक यूरोपीय संघ, अर्जेंटीना, दक्षिण कोरिया और जापान द्वारा कार्निवैक-कोव वैक्सीन में रुचि दिखाई गई है. जबकि वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्तमान में इस बात का कोई सबूत नहीं है कि जानवर इस बीमारी को मनुष्यों में फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, हालांकि दुनियाभर में विभिन्न प्रजातियों में घातक वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है. इनमें कुत्ते, बिल्ली, वानर (Apes) और मिंक (Mink) शामिल हैं.
बीते महीने ही रूस ने जानवरों के लिए दुनिया के पहले कोविड वैक्सीन कार्निवैक-कोव का उत्पादन करना शुरू किया. रिपोर्ट के मुताबिक, तब रोसेलखोजनाडजोर के अधीनस्थ संस्थान में 17,000 खुराकों वाली वैक्सीन की पहली खेप का उत्पादन शुरू हुआ था.
दुनियाभर में इस वैक्सीन की काफी मांग है और इसकी पहली खेप का वितरण पहले रूस में ही किया गया. इसके अलावा, कई विदेशी कंपनियां भी इसमें रूचि दिखाई है.
रोसेलखोजनाडजोर के प्रमुख के एक सलाहकार के हवाले से स्थानीय मीडिया की एक रिपोर्ट में बताया गया, फिलहाल इसकी उत्पादन क्षमता प्रति महीने के हिसाब से तीस लाख खुराकें हैं. आने वाले समय में इसे 50 लाख तक बढ़ाए जाने की उम्मीद जताई जा रही है. जानवरों के लिए एक और वैक्सीन अमेरिकी पशु चिकित्सा दवा कंपनी जोएटिस (Zoetis) द्वारा विकसित किया जा रहा है.