नई दिल्ली, 25 मई. कोरोना महामारी के इस दौर में तरह-तरह के वायरल और फेक मैसेज (Fake Message) सोशल मीडिया (Social Media) पर शेयर किए जा रहे हैं. ऐसा ही एक पोस्ट अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल (Viral) हो रहा है जिसमें नोबेल पुरस्कार विजेता और फ्रांसीसी विषाणु विज्ञानी (French Nobel Laureate) ल्यूक मॉन्टैग्नियर (Luc Montagnier) के नाम पर कोविड-19 वैक्सीन को लेकर उनका एक बयान शेयर किया जा रहा है. इस वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि मॉन्टैग्नियर ने पुष्टि की है कि वैक्सीनेशन (Vaccination) होने के दो साल के भीतर लोग मर जाएंगे. इसमें दावा किया जा रहा है कि उन्होंने कहा है, 'उन लोगों के लिए कोई उम्मीद और कोई संभावित इलाज नहीं है जिन्हें पहले ही वैक्सीन लगाया जा चुका है.' यह भी पढ़ें- Fact Check: 5G नेटवर्क की टेस्टिंग से हो रही लोगों की मौत और इसे दिया जा रहा COVID-19 का नाम? PIB से जानें वायरल ऑडियो में किए जा रहे दावे की सच्चाई.
इस झूठी जानकारी को खारिज करते हुए प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो की टीम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल हो रहा यह मैसेज फर्जी है. पीआईबी ने आगे कहा कि कोविड-19 वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है. पीआईबी ने लोगों से इसे फॉरवर्ड न करने का भी आग्रह किया है. यह भी पढ़ें- Fact Check: कोविड-19 रिलीफ प्लान के तहत 10 हजार लोगों को WHO से मिलेगा नकद इनाम, PIB से जानें वायरल मैसेज की सच्चाई.
पीआईबी फैक्ट चेक-
An image allegedly quoting a French Nobel Laureate on #COVID19 vaccines is circulating on social media
The claim in the image is #FAKE. #COVID19 Vaccine is completely safe
Do not forward this image#PIBFactCheck pic.twitter.com/DMrxY8vdMN
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 25, 2021
देश में कोरोना वायरस महामारी के फैलने के बाद से वायरस और इसके उपचार से संबंधित विभिन्न झूठी और भ्रामक जानकारी अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से साझा और प्रसारित की जा रही हैं. लोगों को सलाह दी जाती है कि प्रासंगिक और सक्षम स्रोतों से आने तक किसी भी जानकारी पर विश्वास न करें. लोगों को असत्यापित स्रोत से ऐसी किसी भी जानकारी या दावे को फॉरवर्ड करने और शेयर करने से बचना चाहिए.
Fact check
वैक्सीन लगने के दो साल के भीतर लोग मर जाएंगे.
यह दावा फर्जी है. कोविड-19 वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है.