मूलनिवासियों के नेताओं ने इस सप्ताह कहा था कि ‘मैरीवल इंडियन रेसिडेंशियल’ (Marival Indian Residential) स्कूल में 600 से ज्यादा अवशेष पाए गए हैं. सैसकैचवान प्रांत में स्थित यह स्कूल 1899 से 1997 तक संचालित हुआ . पिछले महीने ब्रिटिश कोलंबिया में ऐसे ही एक स्कूल में 215 अवशेष पाए गए थे.
मूलनिवासियों के बच्चों को सरकारी ईसाई स्कूलों में जाने के लिए मजबूर किया जाता था. रोमन कैथोलिक मिशनरियों द्वारा चलाये जाने वाले इन स्कूलों में 19वीं शताब्दी से 1970 के दशक तक 1,50,000 बच्चों को भेजा गया था. यह भी पढ़ें : हिमाचल प्रदेश के BJP विधायक विशाल नेहरिया पर उनकी पत्नी ने लगाया शारीरिक और मानसिक यातना देने का आरोप
सरकार ने माना है कि इन स्कूलों में बच्चों के साथ मारपीट और यौन शोषण होता था. यहां तक कि जो बच्चे अपनी मातृ में बोलते थे उन्हें पीटा जाता था.