UAE, Abu Dhabi BAPS Hindu Temple: संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में इन दिनों एक ऐतिहासिक निर्माण हो रहा है - भव्य बाप्स हिंदू मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. यह मंदिर न केवल भारतीय समुदाय के लिए आस्था का केंद्र होगा, बल्कि विश्व शांति और सद्भावना का प्रतीक भी बनेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 फरवरी को इस हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे. पीएम मोदी ने इस मंदिर की आधारशिला 2018 में रखी थी.
ये अबू धाबी का पहला हिंदू मंदिर है, जो अल वाकबा जगह पर 20,000 वर्ग मीटर की जमीन पर बना है. इस मंदिर को बेहद अत्याधुनिक शैली में तैयार किया गया है. इस मंदिर को शाही, पारंपरिक हाथ से नक्काशी किए गए पत्थरों से बनाया गया है.
हाल ही में, बाप्स हिंदू मंदिर ने ड्रोन से ली गई वीडियो जारी की हैं, जो मंदिर निर्माण के शानदार नज़ारे को दर्शाती हैं. इन तस्वीरों में मंदिर के जटिल शिखर, नक्काशीदार स्तंभ और विशाल प्रांगण दिखाई दे रहे हैं. निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है और मंदिर के 2024 के फरवरी में पूरा होने की उम्मीद है.
#WATCH | UAE: Drone visuals of the construction work of BAPS Hindu temple that is underway in Abu Dhabi
"PM Narendra Modi accepted the invitation to inaugurate the BAPS Hindu Mandir in Abu Dhabi on February 14, 2024", said BAPS Hindu Mandir in Abu Dhabi yesterday pic.twitter.com/xDEF1abdwu
— ANI (@ANI) December 29, 2023
प्रधानमंत्री मोदी करेंगे उद्घाटन
कल बाप्स हिंदू मंदिर ने एक और खुशखबरी सुनाई - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 फरवरी, 2024 को मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है. इससे भारतीय समुदाय में काफी उत्साह है और सभी को प्रधानमंत्री मोदी के आगमन का बेसब्री से इंतजार है.
PM Modi accepts invitation to inaugurate the BAPS Hindu Mandir in Abu Dhabi, Delhi, India https://t.co/4OjdYUOm4u pic.twitter.com/ZluAL4xWDK
— BAPS (@BAPS) December 28, 2023
मंदिर की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को नई दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास पहुंचा था. BAPS स्वामीनारायण संस्था की ओर से पूज्य ईश्वरचरण स्वामीजी और पूज्य ब्रह्मविहारी स्वामीजी ने गुरुवर्य महंत स्वामीजी की ओर से पीएम मोदी को मंदिर के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया.
संस्कृतियों का संगम
बाप्स हिंदू मंदिर का निर्माण इस्लामिक देश में हिंदू संस्कृति के प्रति सहिष्णुता और सम्मान का प्रतीक है. मंदिर का निर्माण भारतीय शिल्पकारों द्वारा किया जा रहा है और इसमें भारत की समृद्ध कला और संस्कृति का दर्शन होगा.