न्यूयॉर्क, 20 मार्च : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के चुनाव अभियान और डेमोक्रेटिक पार्टी के एक संगठन ने विवादों के बीच एक भारतीय अमेरिकी व्यवसायी से मिले लगभग 3,40,000 डॉलर के चंदे का इस्तेमाल न करने का फैसला किया है. स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी. पोलिटिको ने जो बाइडेन के अभियान अधिकारी के हवाले से कहा कि बाइडेन विक्ट्री फंड (बीवीएफ) चंदे की "वैधता और स्रोत" के बारे में चिंताओं के कारण गौरव श्रीवास्तव के 50 हजार डॉलर के दान को रोक रहा है.
पोलिटिको ने इसके प्रवक्ता के हवाले से बताया कि डेमोक्रेटिक कांग्रेसनल कैंपेन कमेटी (डीसीसीसी) बहुत सावधानी से गौरव श्रीवास्तव नाम के एक व्यक्ति से लगभग 2,90,000 डॉलर के चंदे को अलग कर रही है. लॉस एंजिल्स स्थित व्यवसायी, जो अपने और अपनी पत्नी के नाम से एक परमार्थ संगठन गौरव एंड शेरोन श्रीवास्तव फैमिली फाउंडेशन चलाता है, विवादों से घिरा हुआ है. पोलिटिको ने पहले बताया था कि थिंक टैंक अटलांटिक काउंसिल ने 2022 में बाली में विश्व खाद्य सुरक्षा मंच के लिए उनसे और उनकी पत्नी से लगभग 10 लाख डॉलर लेने के बाद उनसे नाता तोड़ लिया था. यह भी पढ़ें : China Bus Accident: चीन में बस दुर्घटना में 14 की मौत, 37 घायल
अमेरिकी चुनाव कानूनों के तहत, एक व्यक्ति द्वारा उम्मीदवार को प्रत्यक्ष योगदान 3,300 डॉलर तक सीमित है, लेकिन कुछ कानूनी आवश्यकताओं को पूरा करने वाली अभियान समितियों को अधिक दान स्वीकार करने की अनुमति है. बीवीएफ अपने प्राप्त योगदान को सीधे बाइडेन अभियान, डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी और राज्य पार्टी इकाइयों के बीच विभाजित करता है. डीसीसीसी प्रतिनिधि सभा के लिए पार्टी सदस्यों को चुनने के लिए काम करती है. श्रीवास्तव ने दोनों दान पिछले साल दिए गए थे.
पोलिटिको के अनुसार, एक प्रतिनिधि और एक सीनेटर - दोनों डेमोक्रेट - ने स्वीकार कि उन्हें गौरव श्रीवास्तव से योगदान मिला था लेकिन वे इसे दान में दे रहे हैं. पोलिटिको के अनुसार, दो सीनेटरों और दो प्रतिनिधियों को भी फाउंडेशन से योगदान प्राप्त हुआ था. गौरव श्रीवास्तव की निजी वेबसाइट "हाय, मैं एक परोपकारी व्यक्ति हूँ" के साथ खुलती है, लेकिन उनके बारे में कोई विवरण नहीं देती है.
फाउंडेशन की वेबसाइट का कहना है कि इस जोड़े की पृष्ठभूमि "अंतर्राष्ट्रीय सामुदायिक सेवा और वित्तीय तथा सुरक्षा संबंधी चुनौतियों को हल करने की रही है" और वे "दुनिया भर में परिवारों के लिए भोजन और ऊर्जा की पहुँच सुनिश्चित करने" के लिए समर्पित थे. ऐसा प्रतीत होता है कि गौरव श्रीवास्तव ने प्रभावशाली संबंध बना लिए हैं. एलए वीकली ने जो बाइडेन के साथ उनकी तस्वीर प्रकाशित की है.
एक ऑनलाइन जाँच आउटलेट, प्रोजेक्ट ब्रेज़ेन ने गौरव श्रीवास्तव के खिलाफ कई आरोप लगाए और कहा कि उन्होंने केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) का संचालक होने का दावा किया था, लेकिन इसने और पोलिटिको दोनों ने कहा कि उनके प्रतिनिधियों ने आरोपों से इनकार किया है. पोलिटिको ने कहा कि वह गौरव श्रीवास्तव तक नहीं पहुँच सका, लेकिन उनके वकील ने कहा कि प्रोजेक्ट ब्रेज़ेन द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोप "स्पष्ट रूप से झूठे" थे.