Mumbai: सोने की तस्करी में फंसी अफगान राजनयिक जकिया वरदक ने दिया इस्तीफा, मानहानि का लगाया आरोप

सोने की तस्करी के आरोपों में घिरी अफ़गान राजनयिक ज़किया वरदक ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. यह घटनाक्रम तब सामने आया है जब राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने उन्हें भारत से दुबई सोना तस्करी करने के प्रयास में पकड़ा था.

वरदक ने अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए एक बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा:

"मैं, ज़किया वरदक, भारत में अफ़गानिस्तान के इस्लामिक गणराज्य की महावाणिज्य दूत, हाल ही में मुझ पर लगे निराधार आरोपों और उसके बाद हुए व्यक्तिगत हमलों और मानहानि के कारण अपने पद से इस्तीफा दे रही हूँ. मैंने हमेशा अपने देश की सेवा पूरी ईमानदारी और निष्ठा से की है और इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज करती हूँ."

क्या था मामला?

वरदक को अप्रैल में मुंबई एयरपोर्ट पर DRI ने कथित तौर पर 25 किलो सोना तस्करी करते हुए पकड़ा था. हालाँकि, राजनयिक छूट होने के कारण उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया था. इस घटना के बाद से ही वरदक विवादों में घिरी हुई थीं और उन पर कई तरह के आरोप लग रहे थे.

वरदक के इस्तीफ़े के कई मायने निकाले जा रहे हैं. कुछ लोग इसे उनके द्वारा अपनी गलती मानने के तौर पर देख रहे हैं, तो कुछ का मानना है कि वो दबाव में आकर इस्तीफ़ा देने पर मजबूर हुई हैं.

इस घटना ने एक बार फिर राजनयिक छूट के दुरुपयोग और सोने की तस्करी के खतरे पर सवाल खड़े किए हैं. साथ ही, इसने भारत और अफ़गानिस्तान के संबंधों पर भी असर डाला है.