संयुक्त राष्ट्र, 23 जनवरी : गाजा में "तीव्र" इजरायली हमले और इजरायल में फिलिस्तीनी रॉकेट हमले सोमवार को भी जारी रहे. संयुक्त राष्ट्र की मानवीय रिपोर्ट में 7 अक्टूबर को युद्ध शुरू होने के बाद से एन्क्लेव में 25 हजार से अधिक लोगों की मौत होने की बात कही गई है. गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों से मिली जानकारी का हवाला देते हुए, संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय के लिए स्थापित कार्यालय (ओसीएचए) ने बताया कि इजरायली हमलों के कारण 62,681 फिलिस्तीनी घायल हुए हैं. ये हमले इज़रायल में हमास के नेतृत्व वाले हमलों के जवाब में थे, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 1,200 लोग मारे गए और लगभग 250 बंधक बन गए.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ओसीएचए ने कहा कि शुक्रवार से गाजा में दो इजरायली सैनिक मारे गए हैं, जिससे जमीनी ऑपरेशन शुरू होने के बाद से कुल संख्या 193 हो गई है और 1,203 सैनिक घायल हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र सहायता समन्वय कार्यालय ने कहा कि इसी अवधि में 343 फिलिस्तीनी मारे गए और अन्य 573 लोग घायल हुए. युगांडा की राजधानी कंपाला में रविवार को 77 देशों के समूह (जी77) और चीन के एक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतरेस ने मध्य पूर्व को "एक बारूद का ढ़ेर" बताया और "संघर्ष को पूरे क्षेत्र में भड़कने से रोकने के लिए हम जो कुछ भी कर सकते हैं वह करने" की अपील की. यह भी पढ़ें : अमेरिकी, ब्रिटिश सेनाओं ने यमन में हुती के कई ठिकानों पर हमले किए
गुतरेस ने, जो पहले इजरायलियों और फिलिस्तीनियों के लिए दो-राष्ट्र समाधान के लिए अपना समर्थन जता चुके हैं, दोहराया, "इजरायल के सैन्य अभियानों ने बड़े पैमाने पर विनाश फैलाया है और महासचिव के रूप में मेरे कार्यकाल के दौरान अभूतपूर्व पैमाने पर नागरिकों को मार डाला है." तीन महीने से अधिक की "तीव्र" बमबारी के बाद गाजावासियों की जरूरतों पर प्रकाश डालते हुए ओसीएचए ने कहा कि गाजा में अब केवल 15 बेकरियां चालू थीं - "राफा में छह और दीर अल बलाह में नौ" - और वादी गाजा के उत्तर में कोई भी खुला नहीं है. इनमें से लगभग सभी चालू बेकरियों को संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम से समर्थन मिलता रहा है जिसने आटा, नमक, खमीर और चीनी प्रदान की है. ओसीएचए ने रविवार को आपातकाल पर अपने नवीनतम अपडेट में कहा, "इस पहल के माध्यम से, लगभग ढ़ाई लोग रियायती मूल्य पर ब्रेड खरीदने में सक्षम थे."
इस बीच, फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए ने सोमवार को बताया कि दूरसंचार शटडाउन को सात दिन हो गये हैं. अपने सबसे हालिया अपडेट में, यूएनआरडब्ल्यूए ने खुलासा किया कि गाजा के भीतर आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों की संख्या 17 लाख तक पहुंच गई है. इनमें से कम से कम 335 लोग एजेंसी की सुविधाओं में शरण लेते समय मारे गए हैं, और 1,161 घायल हुए हैं. इसके अतिरिक्त, 7 अक्टूबर से अब तक यूएनआरडब्ल्यूए के 151 कर्मचारी मारे गए हैं और इसके 141 प्रतिष्ठानों को नुकसान हुआ है.