What is Zoho Platform: केंद्र सरकार तेजी से डिजिटल आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही है. इसी सिलसिले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने एक बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा कि अब वे Document Creation, Spreadsheet और Presentation जैसे कार्यों के लिए भारतीय कंपनी 'ज़ोहो (Zoho)' प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए सभी से PM Modi के 'स्वदेशी' मंत्र को अपनाने और Indian Products और Services को प्राथमिकता देने की अपील की.
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भारत का स्वदेशी प्लेटफॉर्म Zoho क्या है?
I am moving to Zoho — our own Swadeshi platform for documents, spreadsheets & presentations. 🇮🇳
I urge all to join PM Shri @narendramodi Ji’s call for Swadeshi by adopting indigenous products & services. pic.twitter.com/k3nu7bkB1S
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) September 22, 2025
Zoho क्या है?
ज़ोहो (Zoho) एक भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी है, जिसकी स्थापना 1996 में श्रीधर वेम्बू और टोनी थॉमस ने की थी. चेन्नई बेस्ड यह कंपनी आज 55 से ज्यादा क्लाउड-आधारित सेवाएं प्रदान करती है, जिनमें ईमेल, एचआर मैनेजमेंट, अकाउंटिंग, सीआरएम और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट जैसे टूल शामिल हैं. आज, दुनिया भर के 150 से ज्यादा देशों में 10 करोड़ से ज्यादा लोग Zoho का इस्तेमाल करते हैं.
Microsoft व Google के लिए चुनौती
ज़ोहो (Zoho) का ऑफिस सूट सीधे Microsoft Office 365 और Google Workspace से कंपटीशन करता है. इसमें Zoho Writer, Zoho Sheet, Zoho Show, Zoho Mail और Zoho Meeting जैसे कई ऑप्शन हैं. इसकी एक खासियत यह है कि कंपनी यूजर्स का डेटा Advertisers को नहीं बेचती और Data Privacy पर जोर देती है.
ग्रामीण भारत से ग्लोबल पहचान
ज़ोहो (Zoho) मुख्यतः ग्रामीण तमिलनाडु में स्थित है, जहां स्थानीय युवाओं को ट्रेनिंग और रोजगार दिया गया है. यह 'Vocal for Local' और 'Digital India' जैसे अभियानों का एक सशक्त उदाहरण है. केंद्रीय मंत्री का यह कदम भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है.












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