नई दिल्ली, 22 सितंबर : ट्विटर ने एक बग का खुलासा किया है जो स्वैच्छिक पासवर्ड रीसेट के बाद कई उपकरणों से खातों को लॉग इन रहने की इजाजत देता है, जिससे उपयोगकर्ताओं के डेटा को संभावित हैकिंग का खतरा हो सकता है. कंपनी ने कहा कि उसने उस बग को ठीक कर दिया है जो किसी खाते का पासवर्ड रीसेट होने के बाद एंड्रॉइड और आईओएस उपकरणों पर सभी सक्रिय लॉग इन सत्रों को बंद नहीं करता.
माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने बुधवार को एक बयान में कहा, "यदि आपने सक्रिय रूप से एक डिवाइस पर अपना पासवर्ड बदल दिया है, लेकिन फिर भी किसी अन्य डिवाइस पर एक खुला सत्र है, तो वो प्रभावित नहीं होंगे और बंद हो जाएंगे." यह बग तब पेश किया गया जब ट्विटर ने पिछले साल पावर पासवर्ड रीसेट करने वाले सिस्टम में बदलाव किया. यह भी पढ़ें : Apple: 2025 तक हर चार में एक iPhone होगा भारत में तैयार, 25 फीसदी ऐपल प्रोडक्ट्स होंगे मेड इन इंडिया, चीन को जोर का झटका
कंपनी ने कहा, "आपके खाते को सुरक्षित रखने के लिए, हमने आप में से कुछ लोगों को लॉग आउट कर दिया है. आप ट्विटर का उपयोग जारी रखने के लिए वापस लॉग इन कर सकते हैं." ट्विटर ने कहा कि उसने सीधे उन लोगों को सूचित किया है जो इस बग से प्रभावित हो सकते हैं, 'उन्हें सक्रिय रूप से सभी उपकरणों में खुले सत्रों से लॉग आउट किया और उन्हें फिर से लॉग इन करने के लिए प्रेरित किया.'
यह घटना तब हुई जब ट्विटर अपने पूर्व सुरक्षा प्रमुख पीटर 'मुडगे' जेटको के बाद सरकारों से बड़ी जांच का सामना कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि कंपनी ने लापरवाह सुरक्षा प्रथाओं को छुपाया, अपनी सुरक्षा के बारे में संघीय नियामकों को गुमराह किया और बॉट की संख्या का अनुमान लगाने में विफल रही.