Robot Commits Suicide: दक्षिण कोरिया में रोबोट ने की आत्महत्या! काम के बोझ से परेशान होकर सीढ़ियों से कूदकर दी जान

दुनिया भर में आत्महत्या के मामले सामने आ रहे हैं. टेक्नोलॉजी के इस युग में, आत्महत्या करने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. देश इस समस्या से निपटने के लिए कई उपाय करते हैं, न केवल लोगों को काउंसलिंग दी जाती है, बल्कि दवाओं के माध्यम से इलाज भी दिया जाता है, लेकिन अब आत्महत्या का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है. माना जा रहा है कि यह अपनी तरह का पहला मामला है. यह मामला दक्षिण कोरिया (South Korea) से सामने आया है. यहां कहा जा रहा है कि एक रोबोट ने आत्महत्या (Robot Commits Suicide) कर ली है!

दक्षिण कोरिया के मध्य भाग में स्थित एक नगरपालिका ने घोषणा की है कि वह उस मामले की जांच करेगी जिसमें एक रोबोट सीढ़ियों से नीचे गिर गया. डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, यह रोबोट नगरपालिका के काम में मदद कर रहा था. नगरपालिका टीम के एक अधिकारी ने बताया कि रोबोट पिछले एक साल से गुमी शहर के निवासियों को प्रशासनिक काम में मदद कर रहा था. पिछले हफ्ते उसे सीढ़ियों के नीचे निष्क्रिय अवस्था में पाया गया. यानी, वह सक्रिय नहीं था.

अधिकारी ने बताया कि प्रत्यक्षदर्शियों ने रोबोट को गिरने से पहले इधर-उधर घूमते हुए देखा था, जैसे कि कुछ गड़बड़ थी. उन्होंने कहा कि घटना की परिस्थितियों का पता लगाने के लिए जांच चल रही है. माना जा रहा है कि रोबोट काम के कारण तनाव में भी था.

अधिकारी ने कहा, "रोबोट के पुर्जे एकत्र कर लिए गए हैं और जिस कंपनी ने इसे डिजाइन किया है, वह इसका विश्लेषण करेगी." एक अन्य अधिकारी ने अफ़सोस जताते हुए कहा, "यह आधिकारिक तौर पर शहर की नगरपालिका का हिस्सा था और हममें से एक था."

कैलिफ़ोर्निया में बियर रोबोटिक्स द्वारा विकसित, यह रोबोट सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक काम करता था और इसका अपना सार्वजनिक सेवा कार्ड था. अन्य रोबोटों के विपरीत, जो एक मंजिल तक ही सीमित होते हैं, यह लिफ्ट बुला सकता था और ऊपर-नीचे जा सकता था.

दक्षिण कोरिया रोबोटों के प्रति अपने आकर्षण के लिए जाना जाता है, जहां हर दस कर्मचारियों पर एक रोबोट होता है. इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रोबोटिक्स के अनुसार, दुनिया में रोबोटों की संख्या सबसे ज्यादा दक्षिण कोरिया में है.

यह घटना एक बड़ा सवाल खड़ा करती है - क्या रोबोट भी तनाव और आत्महत्या जैसे मानवीय भावनाओं का शिकार हो सकते हैं? यह घटना हमें रोबोटिक्स के भविष्य के बारे में गंभीरता से सोचने पर मजबूर करती है.