कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते देशभर में 21 दिन का लॉकडाउन जारी है. इस बीच खाली समय और पॉर्नहब के फ्री प्रीमियम के कारण पॉर्न देखने वालों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है. पीएम मोदी द्वारा लागू किए गए 21 दिवसीय देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान लोगों के घरों में बंद रहने को खुशगवार बनाने के उद्देश्य से भारत में अधिकांश पॉर्न साइट्स पर प्रतिबंध आंशिक रूप से हटा दिया गया था. इतना ही नहीं पॉर्नहब ने मुफ्त प्रीमियम सेवा भी शुरू की है. जिसके बाद इन दिनों पॉर्नहब पर जबरदस्त ट्रैफिक आ रहा है.
औसत दिन में भारत से साइट पर ट्रैफिक की तुलना में, लॉकडाउन के पहले दिन 55 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई और 27 मार्च को ट्रैफिक में रिकॉर्ड वृद्धि हुई. उस दिन वेबसाइट पर 95 फीसदी अधिक ट्रैफिक था, पॉर्नहब द्वारा पिछले सप्ताह जारी किए गए डेटा में यह बताया गया.
पॉर्नहब द्वारा 2 अप्रैल को जारी किए गए ट्रैफिक डेटा के अनुसार, 24 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा के बाद से भारतीय पॉर्न देखने के लिए इस साइट पर आने वालों की संख्या में बेतहाशा इजाफा देखने को मिला है. बता दें कि पॉर्नहब ने अपनी 'प्रीमियम' सेवा को एक महीने के लिए निशुल्क करने की घोषणा की है.
वास्तव में, 8 मार्च से साइट पर ट्रैफिक काफी बढ़ने लगा था. लेकिन पॉर्नहब और अन्य कई पॉर्न वेबसाइट्स भारत में प्रतिबंधित हैं, इसलिए उपयोगकर्ता ऐसी वेबसाइटों का उपयोग करने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) जैसे अन्य ऑनलाइन मार्गों का सहारा ले रहे थे.
पॉर्नहब के वाइस प्रेसिडेंट कोरी प्राइस की प्रेस रिलीज के अनुसार, मुफ्त पॉर्न प्रीमियम के पीछे का विचार अधिक लोगों को पॉर्न का उपयोग करके घर पर रहने के लिए प्रोत्साहित करना था. पॉर्नहब ने एक महीने के लिए मुफ्त प्रीमियम सदस्यता शुरू में इटली, संयुक्त राज्य अमेरिका और स्पेन में उस समय लागू की थी जब कोरोना वायरस ने इन देशों ने अपने पैर फैलाने शुरू किये थे और पहली बार बड़े पैमाने पर संक्रमण और मौतें होना शुरू हुई थीं. लेकिन जल्द ही पूरी दुनिया में इस महामारी का प्रसार होने के साथ ही, लॉकडाउन होना आवश्यक होते देख कंपनी ने इसे सभी देशो के लिए लागू कर दिया.