नई दिल्ली, 17 अक्टूबर : सोशल मीडिया कंपनी मेटा ने अपनी अलग-अलग यूनिट्स में कर्मचारियों की छंटनी की है. मेटा ने वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम और कई दूसरी टीम में कर्मचारियों की छंटनी की है. गुरुवार को आई एक नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. मेटा की ओर से फिलहाल कर्मचारियों की छंटनी को लेकर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. कंपनी की ओर से कितने कर्मचारियों को छंटनी प्रक्रिया का हिस्सा बनाया गया है, इसकी जानकारी भी अभी साफ नहीं हो पाई है.
टेकक्रंच को दिए गए एक बयान में कंपनी ने पुष्टि की कि कई टीमों में छंटनी की गई है. मेटा के प्रवक्ता ने बयान में मेटा ने बताया कि कंपनी अपने लॉन्ग टाइम स्ट्रैटेजिक टारगेट और लोकेशन स्ट्रैटेजी संग तालमेल बिठाने के लिए कुछ टीमों में बदलाव कर रही है. प्रवक्ता ने कहा, "इसमें कुछ टीमों को अलग-अलग स्थानों पर ले जाना और कुछ कर्मचारियों को अलग-अलग भूमिकाएं सौंपना शामिल है. ऐसी स्थितियों में जब कोई भूमिका समाप्त हो जाती है, तो हम प्रभावित कर्मचारियों के लिए अन्य अवसर खोजने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं." यह भी पढ़ें : JioBharat V3 and V4 Phones: रिलायंस जियो का दिवाली गिफ्ट! लॉन्च किया नया फोन जियोभारत V3 और V4; मात्र ₹1099 में मिलेगा सबकुछ
कई रिपोर्ट के अनुसार, रियलिट लैब्स, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर काम करने वाले कई कर्मचारी इस छंटनी का शिकार हुए हैं मेटा के कई कर्मचारियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह घोषणा की कि उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है. थ्रेड्स टीम का हिस्सा रहीं जेन मंचुन वोंग ने पोस्ट किया: "मैं अभी भी इस पर विचार कर रही हूं, लेकिन मुझे बताया गया है कि मेटा में मेरी भूमिका प्रभावित हुई है. मेटा में मेरी शानदार यात्रा के लिए सभी का खास तौर पर थ्रेड्स और इंस्टाग्राम टीम के साथियों का धन्यवाद."
उन्होंने थ्रेड्स पर लिखा, "यदि कोई भी व्यक्ति हमारे साथ मिलकर काम करने में रुचि रखता है, खासकर सॉफ्टवेयर/सुरक्षा इंजीनियरिंग पर, तो कृपया मेरे ईमेल, लिंक्डइन आदि के माध्यम से मुझसे संपर्क करें, जैसा कि मेरी व्यक्तिगत वेबसाइट पर बताया गया है." इस वर्ष की शुरुआत में, मेटा ने अपने रियलिटी लैब्स डिवीजन से कर्मचारियों को निकाल दिया था. मार्क जुकरबर्ग द्वारा संचालित सोशल मीडिया कंपनी ने सबसे पहले 2022 में 11,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था. 2023 में, मेटा ने अन्य 10,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया और 5,000 रिक्त पदों को वापस ले लिया, जिन्हें अभी भरना बाकी था.