नई दिल्ली, 22 जुलाई: पेरिस ओलंपिक में अब महज कुछ दिन बाकी हैं. चाहे खेल कोई भी हो, सभी भारतीय खिलाड़ी कड़ी मेहनत कर रहे हैं और उनकी नजर टोक्यो से भी बेहतर प्रदर्शन करने पर है. पेरिस ओलंपिक के नजदीक आने के साथ ही, स्टार भारतीय पैडलर मनिका बत्रा ने कहा कि उन्होंने टोक्यो ओलंपिक के अपने अनुभव से बहुत कुछ सीखा है और उनका फोकस पदक नहीं, बल्कि एक समय में एक मैच पर ध्यान केंद्रित करने पर होगा. यह भी पढ़ें: Paris Olympics 2024: टेनिस में 28 साल का सूखा खत्म करना चाहेंगे रोहन बोपन्ना और सुमित नगल, पेरिस ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन की उमीद
भारत पेरिस 2024 में टेबल टेनिस की व्यक्तिगत और टीम स्पर्धा दोनों में प्रतिस्पर्धा करेगा. पेरिस ओलंपिक में 6 भारतीय पैडलरों की टीम उतरेगी जो किसी भी कीमत पर मेडल जीतना चाहेगी. खासकर मनिका बत्रा और श्रीजा अकुला से काफी उम्मीदें हैं.
29 वर्षीय मनिका का मानना है कि भारत के पास 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होने वाले पेरिस ओलंपिक में टेबल टेनिस पदक जीतने का मौका है.
मनिका ने अल्टीमेट टेबल टेनिस (यूटीटी) के साथ एक साक्षात्कार के दौरान कहा, "मैंने पिछले ओलंपिक से बहुत कुछ सीखा है और मैं उन गलतियों को दोबारा नहीं करने जा रही हूं. तब से मेरी मानसिकता बदल गई है.
"मेरा अंतिम लक्ष्य पदक के लिए चुनौती पेश करना है। लेकिन, मैं धीरे-धीरे आगे बढ़ूंगी और पदक के बारे में सोचकर जल्दबाजी नहीं करूंगी। मैं अपने देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी."
"भारत ने टेबल टेनिस में पहली बार क्वालीफाई किया, यह एक बड़ी उपलब्धि है. मुझे लगता है कि हमारे पास पदक जीतने का मौका है और हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहिए."
जब मनिका ने ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता, तो वह भारतीय महिला टेबल टेनिस की ध्वजवाहक बनी. पिछले छह वर्षों में, कई और भारतीय महिला पैडलर्स ने विश्व मंच पर अपनी छाप छोड़ी है.
भारत में महिला टेबल टेनिस के विकास के बारे में बोलते हुए, विश्व की 28वें नंबर की खिलाड़ी मनिका ने यूटीटी को इसका श्रेय दिया और कहा कि इसने युवा भारतीय खिलाड़ियों को विदेशी सितारों के साथ खेलने का मौका देकर उन्हें काफी अवसर प्रदान किया है.