नए साल में भारत ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में जीत के साथ शुरुआत की थी लेकिन दुसरे मैच में मुंह की खानी पड़ी थी. श्रीलंका की इस युवा महारथियों के सामने भारत का हार पक्ष मात खाती दिख रही है. अभी तीन मैचो के श्रृंखला में दोनों ही टीमें 1-1 की बराबरी कर ली हैं. अब आखरी मुकाबला निर्णायक मैच होगा जो शनिवार को गुजरात के राजकोट में खेला जाएगा. दुसरे मुकाबले में भारतीय टीम कई जगहों पर विफल नजर आ रही थी. जिसके कारण भारतीय टीम को हार मिली, पहले मुकाबले में भी कोई बड़ी और अच्छी जीत नहीं मिली थी. अगर आखरी मुकाबले तक इस पर काम नहीं किया गया तो भारत को इस सीरीज में हार से कोई नहीं बचा सकता है. यह भी पढ़ें: रोमांचक मुकाबले में श्रीलंका ने टीम इंडिया को 16 रनों से रौंदा, 7 जनवरी को राजकोट में खेला जाएगा फाइनल मुकाबला
टॉप आर्डर की बल्लेबाजी में सुधार
लगातार पिछले कुछ महीनो से देखा जा रहा है कि भारत की टॉप आर्डर काफ़ी परेशानी का सबब बना है. जिसके कारण भारत को पॉवर प्ले में अच्छी शुरुआत नहीं मिलती और मिडिलआर्डर के साथ साथ निचले स्तर के बल्लेबाजो पर भारी दबाव बन जाता है. आज कल जो भी रन बन रहे है मिडिल और निचले क्रम के बल्लेबाजो द्वारा बनाया जा रहा है. जो टीम को काफ़ी परेशान कर रहा है. जिसमे सुधार की बहुत जरुरत है.
डेथ ओवर में भारतीय गेंदबाजी
बुमराह के अनुपस्तिथि में भारतीय गेंदबाजी काफ़ी परेशान और कमजोर दिखी है चोट के कारण टीम से बाहर चल रहे बुमराह की कमी हमेशा ही खली है क्योकि उनके अलावा टीम में कोई भी डेथ ओवर स्पेशलिस्ट भारतीय टीम में उपलब्ध नहीं है जो भारतीय टीम की कम स्कोर को जीत में तब्दील कर सके. श्रीलंका के खिलाफ दोनों ही मैचो में भारतीय गेंदबाजो ने खूब रन लूटाये है. दूसरे मुकाबले में शिवम मावी, अर्शदीप सिंह और उमरान मलिक काफी महंगे साबित हुए. हालांकि उमरान ने तीन अहम विकेट भी लिए. लेकिन भारतीय गेंदबाजों को किफायती गेंदबाजी करने की जरूरत होगी.
साझेदारी नहीं बन पाना
कल की मैच में सूर्या और अक्षर के बीच की साझेदारी को छोड़ दिया जाये तो भारतीय टीम ने इन दो मुक़ाबले में एक भी बड़ी साझेदारी नहीं बना पाई है, जिसके कारण भारतीय बल्लेबाज रन नहीं जोड़ पा रहे है. इस पर काम कर्ण अबहुत जरुरी है. भारतीय टीम को कम से कम दो बड़ी साझेदारी जरुरी होगी जो तेजी से रन जोड़ पाए. ओपनर्स को कोशिश करना चाहिए कि वे दो मिलकर पॉवर प्ले में अच्छा हिट लगा कर बिना विकेट खोये अच्छी शुरुआत दे जो पिछले कुछ महीनो में भारतीय ओपेनेर्स द्वारा संभव नहीं हो पाया है. उसके बाद जो भी बल्लेबाज आये रूककर रन बनाये.इन तीनो खामियों पर कम करना बहुत जरुरी है नहीं तो राजकोट में भी भारत को हार से कोई नहीं बचा पायेगा.