Brij Bhushan Sharan Singh on Vinesh Phogat: पूर्व भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष और भाजपा नेता बृज भूषण शरण सिंह ने कांग्रेस पार्टी(Congress) पर आरोप लगाया है कि उसने जंतर-मंतर पर हुए पहलवानों के विरोध प्रदर्शन को राजनीतिक साजिश के तहत अंजाम दिया. बृज भूषण का यह बयान तब आया जब पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया. बृज भूषण ने कहा, "18 जनवरी, 2023 को जब जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ, तब मैंने कहा था कि यह खिलाड़ियों का आंदोलन नहीं है, इसके पीछे कांग्रेस का हाथ है. खासकर भूपिंदर हुड्डा(Bhupinder Hooda), दीपेंद्र हुड्डा(Deepender Hooda), प्रियंका गांधी(, Priyanka Gandhi), और राहुल गांधी(Rahul Gandhi), आज यह साबित हो गया है. इस पूरे आंदोलन में हमारे खिलाफ साजिश कांग्रेस द्वारा की गई, जिसमें भूपिंदर हुड्डा सबसे आगे थे." यह भी पढ़ें: विनेश फोगाट ने भारतीय रेलवे की नौकरी से इस्तीफा दिया, हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज
बृज भूषण ने कांग्रेस नेताओं और प्रदर्शनकारी पहलवानों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने इस आंदोलन को महिलाओं के सम्मान के लिए नहीं, बल्कि राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा, "हरियाणा की बेटियां जिन शर्मनाक परिस्थितियों का सामना कर रही हैं, उसके लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं. इसके लिए भूपिंदर हुड्डा, दीपेंद्र हुड्डा और ये प्रदर्शनकारी जिम्मेदार हैं. उन्होंने बेटियों का राजनीति में इस्तेमाल किया और उन्हें बदनाम किया. वे बेटियों के सम्मान के लिए नहीं, बल्कि राजनीति के लिए लड़ रहे थे."
विनेश फोगाट के कांग्रेस में शामिल होने पर बृज भूषण शरण सिंह
#WATCH | On Vinesh Phogat and Bajrang Punia joining Congress, Former WFI president and BJP leader Brij Bhushan Sharan Singh says, "On 18th January 2023 when the protest started at Jantar Mantar, I had said that this is not a movement of sportspersons, Congress is behind it,… pic.twitter.com/XLcwz34R4R
— ANI (@ANI) September 7, 2024
इस पूरे प्रकरण के बाद से भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक तनाव और बढ़ गया है, वहीं पहलवानों के इस आंदोलन का उद्देश्य भी सवालों के घेरे में आ गया है. कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि यह बयान भाजपा की हताशा को दिखाता है. वहीं, पहलवानों ने भी बृज भूषण के इन आरोपों को निराधार बताया है और कहा है कि उनका संघर्ष न्याय और महिलाओं के सम्मान के लिए था.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुद्दा आगामी चुनावों में बड़ा चुनावी मुद्दा बन सकता है, खासकर हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में, जहां खेल और खिलाड़ियों का विशेष महत्व है. वहीं, इस बयान के बाद से बृज भूषण शरण सिंह और कांग्रेस के बीच तल्खी और बढ़ने की संभावना है.