न्यूजीलैंड (New Zealand)टीम के कप्तान केन विलियमसन (Kane Williamson) का मानना है कि तेजी से बढ़ती घरेलू टी20 लीग के कारण दुनिया भर में क्रिकेट के परिदृश्य में कई बदलाव हो रहे हैं. ऐसे में उभरती स्थिति का जल्द से जल्द समाधान निकालने की जरूरत है. यह भी पढ़ें: Suresh Raina Retirement: सुरेश रैना ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से रिटायरमेंट का किया ऐलान
न्यूजीलैंड के दो क्रिकेटर तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट और आलराउंडर कॉलिन डी ग्रैंडहोम - आस्ट्रेलियाई बिग बैश लीग (बीबीएल) में खेलने के लिए न्यूजीलैंड क्रिकेट (एनजेडसी) के केंद्रीय अनुबंध से बाहर हो गए हैं, जबकि तेज गेंदबाज मिशेल मैक्लेनाघन ने आशंका व्यक्त की है कि देश में क्रिकेट की संचालन संस्था द्वारा वरिष्ठ खिलाड़ियों को अधिक महत्व नहीं दिया जा रहा है, जिससे वे बेहतर विकल्प तलाश रहे हैं.विलियमसन ने कहा कि क्रिकेट की दुनिया में चीजें तेजी से आगे बढ़ रही हैं और न्यूजीलैंड के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घरेलू प्रतियोगिताओं के बीच एक संतुलन खोजना होगा, क्योंकि कुछ खिलाड़ियों ने केंद्रीय अनुबंधों से बाहर होने का विकल्प चुना है.
आज से आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में न्यूजीलैंड का नेतृत्व कर रहे विलियमसन ने कहा, "यह एक मुश्किल स्थिति है क्योंकि यह बदल रहा है. ऐसा लगता है कि बहुत कुछ इतनी जल्दी हो गया है.""यह खेल के परि²श्य में एक बड़ा बदलाव प्रतीत होता है. हर खिलाड़ी अद्वितीय होता है और हर मामले में उनके जीवन के विभिन्न चरणों में उनकी व्यक्तिगत जरूरतें होती हैं."पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के विजेता कप्तान ने कहा, "कई अलग-अलग फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट हो रहे हैं और खिलाड़ियों को अपने खेल करियर के बारे में निर्णय लेते देखना आश्र्चयजनक है."
वह 15 सदस्यीय टीम का नेतृत्व कर रहे हैं जिसमें बोल्ट शामिल हैं, जिन्होंने हाल ही में एनजेडसी के केंद्रीय अनुबंध से मुक्त होने की मांग की थी. हालांकि, 36 वर्षीय डी ग्रैंडहोम टीम का हिस्सा नहीं हैं क्योंकि वह अपने न्यूजीलैंड अनुबंध से दूर हो गए हैं.अपने भविष्य के बारे में और क्या वह एनजेडसी केंद्रीय अनुबंध से दूर जाने के लिए इस तरह के कदम उठाने को तैयार होंगे, विलियमसन ने कहा कि निकट भविष्य में उनके इस तरह का निर्णय लेने की संभावना नहीं है.