Happy Birthday MS Dhoni: भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी निश्चित रूप से टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले सबसे बेहतरीन क्रिकेटरों में से एक हैं. उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया और उनके नेतृत्व में मेन इन ब्लू ने कई ट्रॉफी जीते. सिर्फ एक कप्तान के रूप में ही नहीं, वह एक शानदार क्रिकेटर भी थे और 41 साल की उम्र में भी उनका विकेटकीपिंग कौशल शीर्ष पर है, जैसा कि इंडियन प्रीमियर लीग के हालिया संस्करण में देखा गया था. यह भी पढ़ें: एमएस धोनी के एक ऐसा दोस्त जिसने उनके नाम को बनाया ब्रांड, इंटरनेशनल प्रोडक्ट एंडोर्समेंट से लेकर फिल्म प्रोडक्शन का संभालते है ज़िम्मेदारी
चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान 7 जुलाई, 2023 को अपना 42वां जन्मदिन मनाये, दुनिया भर से शुभकामनाएं मिली. उनके प्रशंसक, दोस्त और अनुयायी दिग्गज के लिए अपना प्यार बरसा रहे हैं. तमाम शुभकामनाओं के बीच, भारत के पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर ने वर्ष 2005 से धोनी के बारे में एक अनसुनी कहानी का खुलासा किया, जब उस समय के 24 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा था कि वह 30 लाख रुपये कमाना चाहते हैं और अपना शेष जीवन गृहनगर रांची में शांति से जीना चाहते हैं
एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया, “मुझे याद है कि मैंने वर्ष 2005 में अपनी वापसी की थी, और धोनी टीम में नए थे क्योंकि उन्होंने 2004 के अंत (दिसंबर 2004) में एक दिवसीय क्रिकेट खेलकर अपनी शुरुआत की थी. मैं तब टेस्ट क्रिकेट खेलता था. हम पीछे बैठते थे. मैं, मेरी पत्नी, दिनेश कार्तिक, उनकी पत्नी, धोनी और आरपी सिंह, हम सभी पिछली कुछ सीटों पर बैठते थे. धोनी मेरी पत्नी से काफी बातें करते थे क्योंकि हम साथ बैठते थे और हम सब खूब बातें करते थे.'
वर्ष 2005 में धोनी के उद्देश्य और लक्ष्य क्या था, इसके बारे में और विस्तार से बताते हुए जाफर ने कहा, वह 30 लाख कमाना चाहता है ताकि वह अपना बाकी जीवन रांची में शांति से बिता सके और वह रांची भी नहीं छोड़ना चाहता, उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, वह रांची कभी नहीं छोड़ेंगे. चूँकि वह उस समय अंतर्राष्ट्रीय सेटअप में बहुत नए थे, इसलिए वह कहा करते थे, 'अगर मैं 30 लाख कमाता हूँ, तो यह मेरे लिए शांति से रहने के लिए पर्याप्त होगा.' वह इसी तरह ज़मीन से जुड़े हुए थे और मुझे लगता है कि वह अब भी ऐसे ही ज़मीन से जुड़े हुए हैं. इतने समय बाद अपने करियर में इतना कुछ हासिल करने के बाद भी वह इंसान की विनम्रता है. उसके छोटे लक्ष्य और छोटे उद्देश्य हैं.