Punjab Kings Controversies: पंजाब किंग्स(Punjab Kings) आईपीएल(IPL) की शुरुआत से ही इस टूर्नामेंट का हिस्सा रही है, पहले किंग्स इलेवन पंजाब के नाम से जानी जाती थी. 2021 में फ्रैंचाइज़ी को नए नाम के साथ रीब्रांड किया गया. हालांकि, टीम ने आईपीएल नहीं जीता है. 2014 में एक बार फाइनल तक पहुंची थी, लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स से हार गई. हालांकि किंग्स के पास अपनी कैबिनेट में कोई ट्रॉफी नहीं है, लेकिन उनके पास निश्चित रूप से एक बड़ी फैंस बेस है. यह फ्रैंचाइज़ी 17 साल से आईपीएल में है, कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) में सेंट लूसिया किंग्स के मालिकाना हक के साथ वेस्टइंडीज में भी अपना कारोबार बढ़ाया है. चाहे मैदान पर हो या मैदान के बाहर, पंजाब किंग्स का सफर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है. टीम के मालिकाना समूह में कुछ बड़े विवाद भी हुए हैं. इनमें से कुछ पर एक नज़र डालते हैं. यह भी पढ़ें: IPL 2025 मेगा ऑक्शन से पहले पंजाब किंग्स के प्रमोटर समूह में परेशानी, PBKS का मामला पहुंचा कोर्ट, जानें क्या है पूरा माजरा
पंजाब किंग्स की यात्रा में कई विवाद भी रहे हैं। इनमें प्रमुख विवाद निम्नलिखित हैं:
- प्रीति जिंटा बनाम मोहित बर्मन का झगड़ाआईपीएल 2024 के बाद पंजाब किंग्स के स्वामित्व को लेकर एक विवाद उभरा है. मोहित बर्मन 48% शेयरों के मालिक हैं, उन्होंने अपने 11.5% शेयर बेचना चाहते है. जिसके लिए उनको बाकि प्रमोटर को इसकी जानकारी देनी होगी. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. प्रीति जिंटा के पास 23% शेयर हैं, इस बिक्री से नाराज थीं और उन्होंने इसे रोकने के लिए कानूनी कदम उठाए. जबकि व्यवसायी करण पॉल के पास शेष 6% शेयर हैं.
- प्रीति जिंटा और नेस वाडिया का विवादप्रीति जिंटा ने नेस वाडिया पर 2009 में छेड़छाड़ का आरोप लगाया है. इस विवाद में वाडिया ने प्रीति को धमकाने का भी आरोप लगाया. मामला चार साल तक चला और 2018 में सुलझ गया. प्रीति जिंटा ने नेस वाडिया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई आईपीएल के शुरुआती दिनों में, प्रीति जिंटा नेस वाडिया के साथ रिलेशनशिप में थीं. हालांकि, 2009 में उनका रिश्ता खत्म हो गया. पांच साल बाद, प्रीति ने वाडिया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. प्रीति के मुताबिक, आईपीएल 2014 के प्लेऑफ में वानखेड़े स्टेडियम में पंजाब किंग्स बनाम चेन्नई सुपर किंग्स क्वालीफायर 2 मैच के दौरान वाडिया ने उनका हाथ पकड़ लिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया था.
- BCCI द्वारा बर्खास्तगी का मामला2011 में, BCCI ने किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रॉयल्स को आईपीएल से बर्खास्त करने का निर्णय लिया था. इसका कारण फ्रैंचाइज़ समझौते का उल्लंघन था, जिसमें स्वामित्व में बदलाव शामिल था. हालांकि, कानूनी कार्रवाई के बाद बर्खास्तगी पर रोक लग गई. 2012 में मामला सुलझा लिया गया, जिसमें पंजाब किंग्स को ₹1 करोड़ का जुर्माना भरना पड़ा था. दोनों फ्रैंचाइज़ियों ने कानूनी रास्ता अपनाया और अदालत ने बर्खास्तगी पर रोक लगाते हुए उनके पक्ष में फैसला सुनाया. अन्यथा, पंजाब और राजस्थान को 2010 के सीजन के बाद निष्कासित किया जा सकता था.