India National Cricket Team vs Bangladesh National Cricket Team Match: भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम बनाम बांग्लादेश राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के बीच पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन का खेल 22 सितम्बर को चेन्नई(Chennai) के एम ए चिदंबरम स्टेडियम(MA Chidambaram Stadium) में खेला गया. जिसमें भारत ने बांग्लादेश को 515 रन का पहाड़ जैसा विशाल टारगेट दिया था. जिसका पीछा करने उतरी बांग्लादेश ने 62.1 ओवर में 234 रन पर ऑलआउट हो गई है. भारत ने बांग्लादेश को 280 रनों से हराकर सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है. भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच में जीत के साथ कई महत्वपूर्ण रिकॉर्ड स्थापित किए. इस जीत ने न केवल भारत की बांग्लादेश के खिलाफ अजेय लकीर को बनाए रखा, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि अब भारत के पास जीतों की संख्या हारों से अधिक हो गई है. यह भी पढ़ें: शानदार प्रदर्शन के साथ भारत ने बांग्लादेश को हराया, यहां जानें जीत के पीछे के तीन मुख्य रहस्य
भारत ने 25 जून 1932 को अपना पहला टेस्ट मैच खेला था. इस चेन्नई टेस्ट में आने से पहले, भारत का टेस्ट में जीत-हार का अनुपात 178-178 था. लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ जीत के बाद भारत अब 580 टेस्ट मैचों में 179 जीत के साथ एक नई उपलब्धि हासिल कर चुका है. भारत की यह जीत कई मायनों में महत्वपूर्ण थी. यह न केवल टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाने वाली थी, बल्कि इतिहास में भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई. भारत ने अपना पहला टेस्ट मैच 1952 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में ही जीता था.
भारत की गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों ही इस मैच में शानदार रही. जसप्रीत बुमराह, आर अश्विन और रवींद्र जडेजा जैसे प्रमुख गेंदबाजों ने बांग्लादेश के बल्लेबाजों को बिखेर दिया, जबकि बल्लेबाजों ने भी लक्ष्य निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. भारत ने न केवल अपनी रिकॉर्ड बुक में एक और पन्ना जोड़ा है, बल्कि यह भी दिखाया है कि वे टेस्ट क्रिकेट में एक मजबूत शक्ति बने हुए हैं. भारत का लक्ष्य इन रिकॉर्ड्स को और बढ़ाना होगा और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अपनी स्थिति को मजबूत करना होगा. इस तरह की जीतें टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाती हैं और भविष्य के मुकाबलों में उन्हें और अधिक मजबूती प्रदान करती हैं.