ऑस्ट्रेलिया द्वारा 287 रन के लक्ष की पिच्छा करने उतरी भारतीय टीम की दूसरी पारी की शुरुआत भी बेहद खराब रही. टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए. उनका विकेट स्टार्क ने झटका. स्टार्क की बहार जाती गेंद को राहुल छोड़ना चाहते थे मगर उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लगा और गेंद विकेट पर जा लगी. बता दें कि राहुल पहली पारी में भी 2 रन पर क्लीन बोल्ड हुए थे.
राहुल के सस्ते में निपटने के साथ ही किस सलामी बल्लेबाज को मौका देना चाहिए ये बहस फिर से छिड गई हैं. भारतीय टीम ने पिछले कुछ सालों में कई सलामी बल्लेबाजों को मौका दिया हैं मगर भारत के बाहर ज्यादातर विफल रहे हैं. एक पृथ्वी शॉ का विदेशों में टेस्ट होना अभी बाकी हैं. टीम इंडिया ने धवन, राहुल और मुरली विजय को बहुत ज्यादा मौके दिए हैं मगर स्विंग होती गेंद पर सभी ढेर हो जाते हैं. इससे पुजारा और कोहली पर भी दबाव बढ़ जाता हैं.
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ओपनर्स की समस्या से जूझ रहे कोहली को हमारी एक सलाह है. वो फिर से ताबड़तोड़ सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को बुला लेना चाहिए. 2000 के बाद वे अकेले ऐसे बल्लेबाज रहे हैं जिन्होंने भारत के बाहर गेंदबाजों पर चढ़ाई की है. दक्षिण अफ्रीका हो या ऑस्ट्रेलिया सहवाग ने हमेशा रन बनाए हैं. वो जब क्रीज पर होते थे तो विपक्षी गेंदबाज सहमे रहते थे.
सहवाग के अलावा कोहली वासिम जाफ़र को भी बुला सकते हैं. जाफर को घरेलु क्रिकेट का बादशाह कहा जाता हैं और उन्होंने इसी साल मार्च के महीने में ईरानी ट्राफी में विदर्भ की ओर से खेलते हुए 286 रनों की पारी खेली थी. विदर्भ को रणजी चैंपियन बनाने में उनका बड़ा योगदान रहा.