भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (Board of Control for Cricket in India) ने शैक्षणिक तकनीक एवं ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने वाली कंपनी बाइजूस को भारतीय टीम का मुख्य प्रायोजक बनाए जाने की आधिकारिक पुष्टि की है. बेंगलुरु स्थित यह कंपनी अब भारतीय टीम की जर्सी पर मोबाइल बनाने वाली कंपनी ओप्पो का स्थान लेगी. यह कंपनी इस साल पांच सितंबर से 31 मार्च 2022 तक भारतीय टीम की आधिकारिक प्रायोजक रहेगी. बीसीसीआई ने गुरुवार को एक बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी. बाइजूस अब सितंबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली घरेलू सीरीज से भारतीय टीम की जर्सी पर दिखाई देगी.
बीसीसीआई (BCCI) के सीईओ राहुल जोहरी ने बाइजूस को भारतीय टीम की आधिकारिक मुख्य प्रायोजक बनने की घोषणा करते हुए कहा, "भारतीय टीम के साथ जुड़े रहने के लिए बीसीसीआई की तरफ से मैं ओप्पो को धन्यवाद देता हूं. भारतीय टीम का नया प्रायोजक बनने पर मैं बाइजूस को बधाई देता हूं. भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए बीसीसीआई और बाइजूस अब मिलकर काम करेंगे."
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इस अवसर पर बाइजूस के सीईओ बाइजू रविंद्रन ने कहा, "भारतीय टीम का प्रायोजक बनने पर हमें गर्व है. एक लर्निग कंपनी के रूप में बाइजूस हमेशा से बच्चों के विकास में मदद करता है. भारत में करोड़ों लोग क्रिकेट से प्रभावित हैं और हमें उम्मीद है कि हर बच्चा अब इससे प्रभावित होगा."
भारतीय टीम की जर्सी पर वेस्टइंडीज दौरे तक ओप्पो का लोगो रहेगा. वेस्टइंडीज दौरा तीन अगस्त से शुरू होगा और दो सितंबर को समाप्त होगा. दक्षिण अफ्रीका 15 सितंबर से भारत का दौरा करेगी और इस सीरीज के साथ मेजबान टीम की जर्सी पर लगा लोगो भी बदल जाएगा. मार्च 2017 में ओप्पो ने 1079 करोड़ रुपये में पांच साल के लिए (मार्च 2022 तक) भारतीय टीम के प्रायोजक का अधिकार हासिल किया था.