
T20I Format History: क्रिकेट के सबसे छोटे और रोमांचक प्रारूप टी20 ने बीते दो दशकों में खेल की लोकप्रियता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है. हालांकि आज यह फॉर्मेट पूरी दुनिया में बेहद प्रसिद्ध है, लेकिन इसकी शुरुआत को लेकर क्रिकेट जगत में ज्यादा गंभीरता नहीं थी. आज से ठीक 20 साल पहले, 17 फरवरी 2005 को न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला पुरुष टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला गया था. ऑकलैंड के ईडन पार्क में खेले गए इस ऐतिहासिक मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 20 ओवरों में 5 विकेट पर 214 रन बनाए. कप्तान रिकी पोंटिंग ने 55 गेंदों में नाबाद 98 रनों की तूफानी पारी खेली, जो उस समय टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की सबसे बड़ी पारी थी. बाद में 2007 टी20 विश्व कप में वेस्टइंडीज के विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल ने इस रिकॉर्ड को तोड़ा. यह भी पढ़ें: जानिए कब, कहां और कैसे खरीदें आईपीएल मैचों का टिकट? जानें कीमत, प्री-रजिस्ट्रेशन, ऑनलाइन बुकिंग की पूरी डिटेल्स
न्यूजीलैंड की टीम 20 ओवरों में 170 रन पर ऑलआउट हो गई और ऑस्ट्रेलिया ने यह मुकाबला 44 रनों से जीत लिया. इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज माइकल कासप्रोविच ने 29 रन देकर 4 विकेट झटके. वहीं, न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर स्कॉट स्टायरिस ने 39 गेंदों में 66 रन की जुझारू पारी खेली.
देखें पहले टी20 मैच का हाइलाइट्स
पहला पुरुष टी20 अंतरराष्ट्रीय: एक मनोरंजक मुकाबला
इस मैच को एक गंभीर प्रतिस्पर्धा के बजाय मनोरंजन के रूप में खेला गया था. दोनों टीमें 1980 के दशक की रेट्रो जर्सी पहनकर मैदान में उतरीं और कुछ खिलाड़ियों ने नकली मूंछें भी लगा रखी थीं. न्यूजीलैंड के बल्लेबाज हैमिश मार्शल ने इस मैच में एक बड़ा अफ्रो हेयरस्टाइल अपनाया, जो दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा.
मैच के दौरान एक दिलचस्प घटना आखिरी गेंद पर देखने को मिली, जब न्यूजीलैंड को जीत के लिए 45 रन चाहिए थे. ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्राथ ने 1981 की विवादास्पद अंडरआर्म गेंदबाजी घटना की नकल करते हुए मजाक में अंडरआर्म गेंद फेंकने की कोशिश की. इस पर अंपायर बिली बोडेन ने उन्हें मजाकिया अंदाज में रेड कार्ड दिखा दिया, जिससे पूरा स्टेडियम हंस पड़ा.
महिला क्रिकेट में टी20 की शुरुआत पहले हो चुकी थी
हालांकि पुरुषों के मुकाबले से पहले, पहला महिला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला 5 अगस्त 2004 को इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था. यह मैच इंग्लैंड के होव में हुआ था, जिसमें न्यूजीलैंड ने 131/8 का स्कोर बनाया और इंग्लैंड को 9 रनों से हराया. दिलचस्प बात यह है कि महिला वनडे विश्व कप भी पुरुषों से पहले 1973 में खेला गया था.
टी20 क्रिकेट की लोकप्रियता और आईपीएल का आगाज
2007 में खेले गए पहले टी20 विश्व कप की अपार सफलता के बाद यह फॉर्मेट दुनिया भर में लोकप्रिय हो गया. भारत, जिसने शुरुआत में टी20 फॉर्मेट को गंभीरता से नहीं लिया था, 2007 में विश्व चैंपियन बनने के बाद इस फॉर्मेट को अपनाने में सबसे आगे निकल गया. 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की शुरुआत हुई, जो आज दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे ज्यादा देखी जाने वाली टी20 लीग बन चुकी है.
टी20 क्रिकेट का भविष्य
टी20 फॉर्मेट ने क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर फैलाने में अहम भूमिका निभाई है. यह न केवल 2010 एशियन गेम्स में शामिल हुआ, बल्कि अब 2028 लॉस एंजिलिस ओलंपिक्स में भी वापसी कर रहा है. पहले पुरुष टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच की यादें आज भी क्रिकेट फैंस के दिलों में बसी हुई हैं. 20 साल पहले यह फॉर्मेट सिर्फ एक मनोरंजन के रूप में खेला गया था, लेकिन आज यह क्रिकेट का सबसे बड़ा और सबसे रोमांचक प्रारूप बन चुका है.
वर्तमान में, 100 से ज़्यादा देश टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलते हैं, जबकि वन-डे (50 ओवर का क्रिकेट) में 16 और पांच दिवसीय टेस्ट प्रारूप में 12 देश खेलते हैं. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने कहा है कि वह खेल को वैश्विक स्तर पर ले जाने के लिए टी20 को सबसे उपयुक्त प्रारूप मानता है.