Tokyo Paralympics: योगी के तेज तर्रार DM सुहास एलवाई भी मेडल की रेस में, बैडमिंटन रैकेट से करते हैं जादू, विश्व में हैं तीसरे रैंक पर
नोएडा डीएम सुहास एलवाई (Photo Credits: Twitter)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) के जिलाधिकारी सुहास एल यथिराज (Suhas LY) टोक्यो पैरालंपिक (Tokyo 2020 Paralympic) में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. सूबे में उनकी छवि एक तेज तर्रार डीएम के तौर पर है, जबकि वह बैडमिंटन के भी शानदार खिलाड़ी है. बतौर डीएम सुहास एलवाई कोविड काल में जनपद वासियों की सेवा में हरसंभव तत्पर थे और साथ ही अपने खेल में और निखार लाने के लिए रात के वक्त अभ्यास करते थे. कोरोना के खिलाफ एक्शन में योगी, तेजतर्रार आईएएस अफसर सुहास एलवाई को बनाया गौतम बुद्ध नगर का डीएम

टोक्यो में होने वाले पैरा ओलंपिक में भारत की तरफ से देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुने गए विश्व के तीसरे नंबर के पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी (एसएल चार वर्ग) और गौतमबुद्ध नगर के डीएम सुहास एलवाई ने न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए आज कहा “मुझे बैडमिंटन में पैरालिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने पर बहुत गर्व है. जैसा कि पीएम मोदी ने आज हमें बताया है, मैं बिना किसी दबाव के खुले दिमाग से खेलूंगा और नियति मुझ पर हमेशा मेहरबान रही है.”

उन्होंने आगे कहा “अगर हम अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे तो परिणाम हमेशा सकारात्मक ही रहेगा. खिलाड़ियों के सामने हमेशा दबाव में अपना नैसर्गिक खेल खेलने की चुनौती होती है. मेरी वर्तमान विश्व रैंकिंग मेरी श्रेणी में नंबर-3 है. इसलिए मैं मेडल को लेकर आशान्वित हूं. मैं एक समय में एक मैच पर ध्यान दे रहा हूं.” बैडमिंटन का सात सदस्यीय दल पैरालंपिक में हिस्सा लेगा.

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज (17 अगस्त) वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये टोक्‍यो-2020 के पैरालंपिक खेलों के भारतीय पैरा एथलीट दल तथा पैरा-एथलीटों के परिजनों, अभिभावकों और कोचों के साथ बातचीत की. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने पैरा एथलीटों के आत्‍मबल और उनकी इच्‍छाशक्ति की सराहना की. उन्‍होंने पैरालंपिक खेलों में हिस्सा लेने जा रहे अब-तक के सबसे बड़े दल के लिए एथलीटों की कड़ी मेहनत को श्रेय दिया.

उन्‍होंने कहा कि पैरा एथलीटों के साथ बातचीत के बाद उन्‍हें उम्‍मीद है कि भारत टोक्‍यो 2020 पैरालंपिक खेलों में एक नया इतिहास रचेगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का नया भारत पदकों के लिए एथलीटों पर दबाव नहीं डालता, बल्कि उनसे उनका सर्वश्रेष्‍ठ देने की उम्‍मीद करता है. हाल के ओलंपिक्‍स का उल्‍लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एथलीट अपने प्रयासों में जीतें या हारें, देश हमेशा उनके साथ खड़ा है.

प्रधानमंत्री ने मैदान में शारीरिक शक्ति के साथ-साथ मानसिक शक्ति के महत्व पर भी चर्चा की. उन्होंने पैरा एथलीटों की उनकी परिस्थितियों से उबरने और उनके बावजूद आगे बढ़ने के लिए प्रशंसा की. उन्होंने पैरा एथलीटों से कहा कि चाहे वे किसी भी खेल का प्रतिनिधित्व करते हों, वे एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को मजबूत करते हैं.