हांगझोउ, 26 सितंबर: मध्य प्रदेश की 17 वर्षीय नेहा ठाकुर ने मंगलवार को यहां निंगबो के एनबीएक्स सेलिंग सेंटर में गर्ल्स डिंगी - आईएलसीए4 में रजत पदक के साथ एशियाई खेलों की नौकायन प्रतियोगिता में भारत का खाता खोला. 12वीं पास छात्रा नेहा, जिसने बहुत कम उम्र में नेशनल सेलिंग स्कूल भोपाल, मध्य प्रदेश से नौकायन शुरू किया था, इस श्रेणी में 11 दौड़ के बाद थाईलैंड की नोपासोर्न खुनबूनजान के बाद दूसरे स्थान पर रही. यह भी पढ़ें: Asian Games में 41 साल बाद Gold Medal जीतने के इरादे से उतरेगी भारतीय महिला हॉकी टीम, सिंगापुर के खिलाफ मैच से करेगी अभियान की शुरुवात
10वीं रेस के अंत में, नेहा का नेट स्कोर (पेनल्टी पॉइंट) 23 था, जबकि थाई नाविक का नेट स्कोर 14 था. कोरिया गणराज्य की जेकयॉन्ग सियोल का नेट स्कोर 27 था और वह तीसरे स्थान पर रही मंगलवार को 11वीं रेस में नेहा चौथे स्थान पर रहीं और 4 रेस पॉइंट हासिल किए, जबकि थाई खिलाड़ी सिंगापुर की केइरा मैरी कार्लाइल के बाद दूसरे स्थान पर रहीं.
कोरिया की सियोल 11वीं रेस में तीसरे स्थान पर रहीं लेकिन उनकी बढ़त नेहा को पीछे छोड़कर दूसरे स्थान पर पहुंचने के लिए पर्याप्त नहीं थी. मध्य प्रदेश के देवास जिले के अमलताज गांव में जन्मी नेहा एक मध्यम वर्गीय परिवार से आती हैं. उनके पिता मुकेश कुमार ठाकुर एक किसान हैं जबकि उनकी मां रीना ठाकुर एक गृहिणी हैं.
पिछले साल, नेहा ने अबु धाबी में एशियाई सेलिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता और एशियाई खेलों के लिए क्वालीफाई किया.
नेहा ने बहुत कम उम्र में नौकायन करना शुरू कर दिया था और उन्हें नेशनल सेलिंग स्कूल भोपाल द्वारा पहचाना और तैयार किया गया था. भारतीय नौकायन महासंघ के महासचिव कैप्टन जितेंद्र दीक्षित ने कहा, "उन्होंने शानदार नौकायन किया और एशियाई खेलों में देश के लिए अपना पहला पदक जीता."
उन्होंने कहा कि नेहा ने कुछ साल पहले वाईएआई का ध्यान तब खींचा था जब उन्होंने राष्ट्रीय सर्किट में अच्छा प्रदर्शन किया था. उन्होंने कहा, "हमने उसे वहां से उठाया और उसे आगे का प्रशिक्षण दिया। वह यूरोप में प्रशिक्षण ले रही है और विदेशों में नौकायन कार्यक्रमों में भाग ले रही है, लेकिन यह इस तरह का उसका पहला पदक है."
वाईएआई को हांगझोउ एशियाई खेलों की प्रतियोगिताओं से काफी उम्मीदें हैं और बुधवार को प्रतियोगिताओं के अंतिम दिन कम से कम तीन और पदक की उम्मीद है.