दिल्ली हाई कोर्ट ने ASI से 'हिंदू सेना' नामक संगठन द्वारा प्रस्तुत अभ्यावेदन पर विचार करने को कहा, जिसने ताज महल के बारे में "गलत इतिहास" को बदलने के लिए एक जनहित याचिका दायर की थी और दावा किया था कि इसे शाहजहां ने नहीं बनवाया था. दिल्ली हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल कर दावा किया गया है कि ताजमहल मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा नहीं बनवाया गया था और इतिहास की पुस्तकों में सुधार होना चाहिए. दिल्ली हाईकोर्ट में यह याचिका सुरजीत सिंह यादव ने दायर की है, जो एनजीओ हिंदू सेना एस के अध्यक्ष हैं. याचिका में कहा गया है कि राजा मानसिंह के महल को ध्वस्त करने और उसी स्थान पर ताज महल के नए सिरे से निर्माण का कोई ऐतिहासिक सबूत नहीं है. दहेज के लिए हो रही हत्याओं के लिए केवल पुरुष नहीं महिलाएं भी दोषी- दिल्ली हाई कोर्ट.
Delhi High Court asks ASI to consider the representation submitted by an organisation named 'Hindu Sena' which had filed a PIL to change the "incorrect history" about the Taj Mahal" and claiming that it was not built by Shah Jahan.#TajMahal #HinduSena #DelhiHighCourt pic.twitter.com/wNk2AWPZxt
— Bar & Bench (@barandbench) November 3, 2023
(SocialLY के साथ पाएं लेटेस्ट ब्रेकिंग न्यूज, वायरल ट्रेंड और सोशल मीडिया की दुनिया से जुड़ी सभी खबरें. यहां आपको ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर वायरल होने वाले हर कंटेंट की सीधी जानकारी मिलेगी. ऊपर दिखाया गया पोस्ट अनएडिटेड कंटेंट है, जिसे सीधे सोशल मीडिया यूजर्स के अकाउंट से लिया गया है. लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है. सोशल मीडिया पोस्ट लेटेस्टली के विचारों और भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, हम इस पोस्ट में मौजूद किसी भी कंटेंट के लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व स्वीकार नहीं करते हैं.)