विधायकों के नारेबाजी के बीच महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कुछ ही मिनटों में विधानमंडल के दोनों सदनों में अपना संबोधन समाप्त कर दिया. बता दें कि महाराष्ट्र के राज्यपाल ने कहा था कि चाणक्य बिना चंद्रगुप्त को कौन पूछेगा? इसी प्रकार स्वामी समर्थ के बिना शिवाजी महाराज को कौन पूछेगा? जीवन में गुरु का काफी महत्व होता है. राज्यपाल कोश्यारी के इस बयान के बाद राज्य में बवाल मचा हुआ है.
#Maharashtra governor B S #Koshyari wound up his address to both the houses of legislature within few minutes, amid slogan shouting by legislators#MahaAssembly
— Abdulkadir/ अब्दुलकादिर (@KadirBhaiLY) March 3, 2022
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