These Medicine Prices to be Slashed to 50 Percent: सस्ती होंगी ये दवाएं, सरकार के इस कदम से 50 फीसदी घट जाएगी कीमत

एनपीपीए की ओर से कहा गया है कि एक साल बाद बाजार के आंकड़ों को ध्यान में रखकर नई कीमत तय की जाएगी. इस कदम से मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां दवाओं के दाम खुद तय नहीं कर पाएंगी.

These Medicine Prices to be Slashed to 50 Percent: नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी या एनपीपीए ने पेटेंट से बाहर होने वाली दवाओं की कीमतों को घटाकर सीधे 50 फीसदी कर दिया है. दवा निर्माता कंपनियों द्वारा मुनाफाखोरी पर अंकुश लगाने के लिए नियामक संस्था के अनुसार यह कदम उठाया गया है. एनपीपीए की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि एक साल बाद बाजार के आंकड़ों को ध्यान में रखकर नई कीमत तय की जाएगी. इस कदम से मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां दवाओं के दाम खुद तय नहीं कर पाएंगी.

एक साल से अधिक समय से केंद्र सरकार कम से कम 12 महीनों के लिए ऑफ-पेटेंट वाली दवाओं के लिए मूल्य निर्धारण तंत्र पर काम करने के लिए दवा कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है. समाचार रिपोर्टों के अनुसार, जॉनसन एंड जॉनसन की टीबी रोधी दवा बेडाकुइलाइन, जिसका पेटेंट जुलाई में समाप्त हो रहा है, सबसे पहले प्रभावित फार्मा कंपनी होगी.

(SocialLY के साथ पाएं लेटेस्ट ब्रेकिंग न्यूज, वायरल ट्रेंड और सोशल मीडिया की दुनिया से जुड़ी सभी खबरें. यहां आपको ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर वायरल होने वाले हर कंटेंट की सीधी जानकारी मिलेगी. ऊपर दिखाया गया पोस्ट अनएडिटेड कंटेंट है, जिसे सीधे सोशल मीडिया यूजर्स के अकाउंट से लिया गया है. लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है. सोशल मीडिया पोस्ट लेटेस्टली के विचारों और भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, हम इस पोस्ट में मौजूद किसी भी कंटेंट के लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व स्वीकार नहीं करते हैं.)

Share Now

\