Rewa: सड़क दुर्घटना में पति की मौत के बाद महिला ने की 'स्पर्म संरक्षण' की मांग, अधिकारी हैरान
प्रतीकात्मक (Image: Pixabay)

रीवा, 23 दिसंबर: मध्य प्रदेश के रीवा में एक हैरान कर देने वाली घटना में एक विधवा की असामान्य मांग ने अधिकारियों को सकते में डाल दिया है. सड़क दुर्घटना में अपने पति, जितेंद्र सिंह गहरवार की अचानक मृत्यु के बाद, नेहा सिंह ने मांग की कि उनके दिवंगत पति के "शुक्राणु को संरक्षित किया जाए." दुर्घटना के कुछ ही घंटों बाद की गई इस मांग का उद्देश्य उनके निधन के बावजूद आधुनिक प्रजनन विधियों के माध्यम से संतान प्राप्ति की अनुमति देना था. हालांकि, शुक्राणु संरक्षण की समय-संवेदनशील प्रकृति के कारण अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया. यह भी पढ़ें: VIDEO: 6 महिने पहले नौकरी के लिए गया था आगरा का रहनेवाला युवक साउथ अफ्रीका, मालिक ने छीन लिया पासपोर्ट, पीड़ित ने चुपके से वीडियो बनाकर लगाई मदद की गुहार

नवभारत टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, नेहा सिंह, जिनकी शादी महज सात महीने पहले जितेंद्र सिंह गहरवार से हुई थी, को उस समय एक अकल्पनीय क्षति का सामना करना पड़ा जब 19 दिसंबर को उनके पति की सड़क दुर्घटना में दुखद मृत्यु हो गई. अपने दुख के बीच, नेहा ने रीवा के संजय गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधिकारियों से एक असामान्य अनुरोध किया. उसने भविष्य में संतान प्राप्ति के लिए सहायक प्रजनन तकनीकों का उपयोग करने की उम्मीद में चिकित्सा कर्मचारियों से अपने पति के शुक्राणु को संरक्षित करने के लिए कहा.

हालांकि, जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्राणु संरक्षण की समय-संवेदनशील प्रकृति के कारण नेहा के अनुरोध को कठिनाई से पूरा किया गया था. डॉक्टरों ने बताया कि जितेंद्र की मौत को 24 घंटे से अधिक समय बीत चुका है और इस अवधि के बाद शुक्राणु को एकत्र करना और संरक्षित करना संभव नहीं है. इस स्पष्टीकरण के बावजूद, नेहा ने जोर देकर कहा कि उसने दुर्घटना के तुरंत बाद अपना अनुरोध किया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.

नेहा के लगातार अपनी मांग पर अड़े रहने के कारण मामला और बिगड़ गया, जिसके कारण जितेंद्र के शव का पोस्टमार्टम करने में देरी हुई. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, नेहा की मांग से जुड़ी जटिलताओं के कारण दुर्घटना के दो दिन बाद ही पोस्टमार्टम किया जा सका. आखिरकार, मेडिकल स्टाफ द्वारा काफी चर्चा और समझाने के बाद नेहा पोस्टमार्टम करवाने के लिए राजी हो गई और शव को अंतिम संस्कार के लिए परिवार को सौंप दिया गया.