Watch Porn At Work: ब्रिटेन (Britain) के संसद में एक सांसद को पोर्न देखते हुए एक महिला सांसद ने देख लिया था, जिसके बाद संसद में इतना हंगामा हुआ कि पोर्न देखने वाले सांसद को इस्तीफा देना पड़ा. इस्तीफा देने वाले सांसद का नाम नील पैरिश (Neil Parish) है, जो प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) की कंजरवेटिव पार्टी के सदस्य हैं. कंजर्वेटिव सांसद नील पैरिश (Conservative MP Neil Parish) के इस्तीफे ने कई लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या कार्यस्थल पर पोर्नोग्राफी (Pornography) देखना स्वीकार्य हो सकता है? महिला सहयोगियों की शिकायत के बाद पैरिश ने स्वीकार किया कि उन्होंने हाउस ऑफ कॉमन्स कक्ष में अपने फोन पर दो बार पोर्न (Porn) देखा था. पोर्न को ऐसा करना भारी पड़ा और उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा.
दरअसल, पोर्न को सार्वभौमिक रूप से अस्वीकार्य माना जाता है और इसे आमतौर पर घोर कदाचार के रूप में देखा जाता है. कार्यस्थल पर ऐसा करते हुए पकड़े जाने से न केवल आपको अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है, बल्कि आपके व्यक्तिगत संबंधों पर भी इसका गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. हालांकि इस पर मनोवैज्ञानिकों का क्या कहना है आइए जानते हैं.
मनोवैज्ञानिक अक्सर पोर्नोग्राफी को एक स्पेक्ट्रम के साथ देखते हैं, कुछ इसे अपेक्षाकृत हानिरहित या मददगार भी मानते हैं, लेकिन अनुपयुक्त स्थानों और गलत कारणों से इसका अत्यधिक उपयोग हमारी धारणाओं और मूल्यों के लिए हानिकारक विकृतियों का परिणाम हो सकता है. इसे समस्याग्रस्त पोर्नोग्राफी का उपयोग माना जाता है. कार्यस्थल पर एडल्ट कंटेंट्स की पहुंच बाद की श्रेणी में आती है और फिर भी हजारों लोग ऐसा करते हैं.
साल 2014 में किए गए लगभग 2,000 वयस्कों के एक अमेरिकी सर्वेक्षण में पाया गया कि 63 फीसदी पुरुषों ने पिछले तीन महीनों में कम से कम एक बार काम पर पोर्नोग्राफी देखी थी, जबकि 38 फीसदी लोगों ने ऐसा एक से अधिक बार किया था. महिलाओं की बात करें तो करीब 36 फीसदी ने पिछले तीन महीनों में काम पर एक बार पोर्नोग्राफी देखी, जबकि 13 फीसदी महिलाओं ने एक से अधिक बार देखी.
ऐसे में यहां यह कहना उचित है कि हम कार्यस्थल पर पोर्नोग्राफ़ी देखने की समस्या के बारे में सटीक तौर पर नहीं जानते हैं. कार्यस्थल पर पोर्नोग्राफी देखने के शोध में उन व्यवसायों पर ध्यान केंद्रित करने की प्रवृत्ति होती है, जिनके काम के हिस्से के रूप में इंटरनेट की दैनिक नियमित पहुंच होती है. यह भी पढ़ें: Twitter: ट्विटर पर चाइल्ड पोर्न शेयर करने वाले खातों की संख्या अधिक, जीरो-टॉलरेंस नीति का हो रहा है उल्लंघन
यूएस नेशनल साइंस फाउंडेशन ने साल 2009 में अपने स्वयं के कर्मचारियों के बीच बड़े पैमाने पर "बार-बार अश्लील सामग्री देखने" की घटना का खुलासा किया था. प्रेस एसोसिएशन से सूचना की स्वतंत्रता के अनुरोध के बाद जारी आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि जून 2017 से जनवरी 2018 तक ब्रिटिश संसद में एडल्ट कंटेंट्स सबसे सर्च किए गए थे. हालांकि इसमें कर्मचारियों और विजिटर्स दोनों द्वारा एडल्ट साइट तक पहुंचने के प्रयास शामिल हैं.
हंगरी में 2,500 पुरुषों और महिलाओं पर किए गए तीन भाग के अध्ययन में इंटरनेट पोर्नोग्राफ़ी के उपयोग के पीछे आठ अलग-अलग प्रेरणाएं सामने आईं. कार्यस्थल पर पोर्नोग्राफी देखने का सबसे आम कारण केवल आनंद था. करीब 45 फीसदी लोगों का मानना था कि वो आनंद लेने के लिए पोर्नोग्राफी देखते हैं, जबकि 12 फीसदी लोगों ने जिज्ञासा का हवाला दिया और 10 फीसदी लोगों ने वो अप्राप्य यौन अनुभवों को लेकर कल्पनाओं में लिप्त थे.
आठ प्रेरणाओं में से कोई भी समस्याग्रस्त पोर्नोग्राफ़ी (problematic pornography) के उपयोग से दृढ़ता से जुड़ा नहीं था, लेकिन कुछ लोगों ने कहा कि उन्होंने तनाव को कम करने के लिए काम पर पोर्न का इस्तेमाल किया या जब उन्हें भावनात्मक व्याकुलता की आवश्यकता होती है, जैसे कि बुरे मूड से निपटना, तब उन्होंने पोर्न का सहारा लिया. इन दो कारणों का समस्याग्रस्त पोर्नोग्राफ़ी के साथ घनिष्ठ संबंध है, क्योंकि वे संभावित रूप से अन्य समस्याओं से निपटने के लिए पोर्नोग्राफ़ी का उपयोग करने की प्रवृत्ति को दर्शाते हैं.