Viral Video: साफ सिटी का तमगा हासिल करने वाली इंदौर नगर निगम मानवता में सबसे पिछड़ी, जमा देने वाली ठंड में अपाहिज बुजुर्गों को फेंका हाईवे पर
सड़क पर पड़े बुजुर्ग, (फोटो क्रेडिट्स: ट्विटर )

सोशल मीडिया पर आठ से दस बुजुर्गों को सड़क पर फेंके जाने का वीडियो वायरल होने के बाद इंदौर नगर निगम को लोगों ने आड़े हाथों लिया है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ़ दिखाई दे रहा  है कि इंदौर नगर निगम की एक टीम आईएमसी की ट्रक में अपाहिज बुजुर्गों को शहर से दूर लाकर सड़क पर छोड़ दिया है. सबसे ज्यादा साफ़ सफाई वाले शहरों में गिनी जाने वाली इंदौर सीटी मानवता और संवेदनशीलता के मामले में सबसे सबसे पिछड़ी हुई है. इस वीडियो को देखने के बाद किसी का भी दिल दहल जाएगा.

वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि नगर निगम की आधिकारिक टीम को शहर के बाहरी इलाके में आठ से दस वृद्ध बेसहारा लोगों ट्रक से नीचे उतारते हुए देखा जा सकता है. लेकिन बाद में स्थानीय निवासियों द्वारा विरोध के बाद उन्हें उसी ट्रक पर वापस लाद दिया गया. यह घटना उस शहर की है, जिसे देश के सबसे साफ शहर में गिना जाता है. इस पूरे चौंकाने वाले प्रकरण का संज्ञान लेते हुए एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आईएमसी के डिप्टी कमिश्नर प्रताप सोलंकी को निलंबित करने का आदेश दिया. दिल दहला देने वाली इस घटना के बाद से कॉन्ट्रेक्ट पर काम करने वाले दो कर्मचारियों को भी सेवा से टर्मिनेट कर दिया गया है.

शुक्रवार को सोशल मीडिया पर तीन वीडियो वायरल हुए, जिनमें से दो में आईएमसी की टीम ने ठंड के बावजूद राजमार्ग के पास वृद्ध बेसहारा को छोड़ दिया. इंदौर के बाहरी इलाके में क्षिप्रा क्षेत्र में एक स्थानीय निवासी राजेश जोशी द्वारा शूट किए गए वीडियो में दिखाया गया था कि IMC की टीम ने ट्रक से घसीटकर उतारने के बाद सड़क के किनारे बुजुर्गों का सामान फेंक दिया था.

देखें वायरल वीडियो:

इस वीडियो को देखने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी प्रतिकिया दी है और कार्रवाई की मांग की है:

एक वीडियो में स्थानीय निवासी राश जोजेशी की आवाज को स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है कि कैसे IMC टीम ने एक ट्रक में बेघर बुजुर्गों को लाया और फिर सड़क पर उनका सामान फेंक कर उन्हें राजमार्ग पर छोड़ दिया. वहीं एक वीडियो में दिखाया गया है कि ठंड के बीच हाईवे पर वृद्ध बेसहारा को छोड़ने के खिलाफ क्षिप्रा क्षेत्र में स्थानीय निवासियों द्वारा विरोध किए जाने के बाद IMC की टीम उन्हें ट्रक पर लादकर वापस ले गई.

यह घटना दोपहर 2 से 2.30 बजे के बीच की है. लगभग 8-10 बुजुर्गों को ले जाने वाला एक आईएमसी ट्रक यहां आया था. निवासी राजेश जोशी ने जब आईएमसी कर्मचारियों से पूछा कि वे बेघर लोगों के साथ ऐसा क्यों कर रहे हैं, तो कर्मचारियों ने जवाब दिया कि उन्हें अधिकारियों द्वारा निर्देशित किया गया है कि वे उन्हें यहां छोड़ दें क्योंकि वे इंदौर शहर में परेशानी और गंदगी पैदा कर रहे हैं. इसके बाद स्थानीय लोगों ने उन्हें वापस ले जाने के लिए मजबूर किया, ”क्षिप्रा निवासी राजेश जोशी ने कहा.