Viral Video: कर्नाटक में नशे में धुत युवकों ने रोकी स्कूल बस, 9वीं क्लास की छात्रा को जबरन नीचे उतारा, गिरफ्तार
नशे में धुत युवकों ने रोकी स्कूल बस (Photo Credits: X)

Viral Video: कर्नाटक (Karnataka) के मांड्या जिले के कृष्णराजपेटे (Krishnarajapete) (केआर पेटे) तालुक से एक चौंकाने वाली घटना सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रही है. सोमवार को, दो नशे में धुत युवकों ने कथित तौर पर बसवनहल्ली-वड्डारहल्ली रोड (Basavanahalli-Vaddarahalli) पर एक प्राइवेट स्कूल बस को रोका और हंगामा किया, जिससे नौवीं क्लास की एक छात्रा को गाड़ी से उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा.

यह घटना तब हुई जब स्कूल बस किक्केरी से आस-पास के गांवों में छात्रों को ले जा रही थी. ड्राइवर द्वारा खुद बनाए गए एक वीडियो के अनुसार, जो तब से सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर सर्कुलेट हो रहा है, उन लोगों ने रास्ता रोक दिया और ड्राइवर से झगड़ा किया. हेट डिटेक्टर, एक सोशल मीडिया अकाउंट ने वीडियो शेयर किया और अपराधियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की. ट्वीट में बताया गया कि कथित तौर पर नशे में धुत बदमाशों ने चलती बस को रोका और ड्राइवर पर नौवीं क्लास की छात्रा को नीचे उतारने का दबाव डाला, जिससे बस में सवार बच्चों में दहशत फैल गई. यह भी पढ़ें: Viral Video: दिल्ली में रैपिडो से अचानक गिरी नशे में धुत महिला, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

नशे में धुत्त युवकों ने रोकी स्कूल बस

एक और पोस्ट में, हेट डिटेक्टर ने इस घटना में मांड्या पुलिस की पुष्टि का हवाला देते हुए एक फोटो शेयर की. पुलिस ने बताया था कि शराब के नशे में धुत युवकों ने पब्लिक में हंगामा किया और स्टूडेंट्स की सुरक्षा को खतरे में डाला. वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए मांड्या जिला पुलिस ने कहा कि किक्केरी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि ऐसे व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

ऑनलाइन रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपियों की पहचान गिरीश (20 साल) और किरण (20 साल) के रूप में हुई है. सूत्रों के अनुसार, घटना के समय दोनों ने गांजा पी रखा था. उन्होंने ड्राइवर को गंदी-गंदी गालियां दीं और स्कूल स्टाफ को धमकी दी, जिससे बच्चे डर गए। प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट की शिकायत के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया और POCSO एक्ट सहित कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया.

इस घटना से माता-पिता और स्थानीय लोगों में गुस्सा फैल गया और उन्होंने मांग की कि बच्चों के आने-जाने के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीण रास्तों पर पेट्रोलिंग कड़ी की जाए.