The True Ghost Story! बैंक ऑफ़ इंग्लैंड में आज भी भटकती है Sarah Whitehead की आत्मा, जानें इस भूतिया घटना की डरावनी कहानी
प्रतीकात्मक तस्वीर, (फोटो क्रेडिट: unsplash.com)

साल 2018 में आयी फिल्म द नन (The Nun) याद है? यह फिल्म इतनी डरावनी थी कि YouTube ने इसके ट्रेलर पर प्रतिबंध लगा दिया था, क्या इस फिल्म की कहानी सच्ची घटना पर आधारित है, फिलहाल इसकी जानकारी हमें नहीं है, लेकिन हम आपको बतांगे एक रियल घोस्ट स्टोरी के बारे में वास्तव में एक नन है जो एक सदी से अधिक समय से बैंक ऑफ इंग्लैंड में कर्मचारियों को डरा रही है, उस महिला का नाम सारा व्हाइटहेड (Sarah Whitehead), जिसे द ब्लैक नन के नाम से भी जाना जाता है. इस भूत के बारे में कहा जाता है कि वह बैंक ऑफ इंग्लैंड में अपने भाई के कारण आती है, जो बैंक में एक कर्मचारी था और उस पर 1811 में जालसाजी का आरोप लगाया गया था, इस अपराध के लिए उसे 1812 में फांसी की सजा हुई. कई लोग मानते हैं कि उसकी बहन, सारा, जिसे द ब्लैक नन के रूप में जाना जाता है, अभी भी बैंक में भटकती है.

यह कहानी वर्ष 1811 की है, जब पॉल व्हाईटहेड (Paul Whitehead) नामक एक व्यक्ति लंदन के थ्रेडनील स्ट्रीट (Threadneedle Street) स्थित बैंक ऑफ इंग्लैंड (Bank of England) में कैशियर का काम करता था. पॉल को बहुत ही विनम्र और सौम्य दिल का माना जाता था, लेकिन उसका एक साइड फिलिप बहुत ही क्रूर था, वह फिलिप के नामा से गुपचुप तरीके से दस्तावेज तैयार कर रहा था और बैंक के साथ धोखाधड़ी कर रहा था. एक दिन, बैंक को उसके बुरे काम के बारे में पता चला और फिलिप को कैद कर लिया गया. उस समय बैंक में धोखाधड़ी और जालसाजी करने की सजा मौत थी. यह भी पढ़ें: Haunted Story of Delhi: द्वारका के इस पेड़ में बसती है एक महिला की आत्मा! जानिए इसके पीछे की डरावनी कहानी

उसे अपने अपराधों के लिए फांसी दे दी गई. हालांकि, यह माना जाता है कि उसकी सजा को गुप्त रखा गया था. फिलिप की बहन, सारा व्हाइटहेड, जो उसके बेहद करीब थी, उसे अपने भाई की मृत्यु के बारे में सूचित नहीं किया गया था. वह अपने भाई के बारे में पूछने के लिए हर दिन बैंक जाती थी. सारा बैंक में रोज़ाना जाती और पूछती, "क्या तुमने मेरे भाई को देखा है?" लेकिन सभी कहते नहीं. एक दिन एक बैंक कर्मी को दया आ गई और उसने बताया कि उसके भाई को फांसी दे दी गई है. वो इस बात को बर्दाश्त नहीं कर पायी.

जिसके बाद सारा ने एक लंबा ब्लैक गाउन और नकाब पहनना शुरू कर दिया. जैसे वो किसी अंतिम संस्कार में जा रही हो. उसके इस लिबास से उसे 'ब्लैक नन' का नाम दिया गया, इस डरावनी ड्रेस को पहनकर सारा रोजाना बैंक का दौरा करती थी, और बैंक कर्मचारियों से पूछती क्या उन्होंने उसके भाई को देखा है? बैंक के कर्मचारियों को उस पर दया आ जाती और वे उसे कुछ पैसे दे देते. लेकिन सारा का बैंक में आना बंद नहीं हुआ और उसका व्यवहार आक्रामकता में बदल गया. यह भी पढ़ें: Ghost Story of Saffron BPO in Gurgaon: गुरुग्राम के सैफ्रॉन बीपीओ में काम करने वाली आत्मा ‘रोज’ की कहानी जानकर कांप उठेगी रूह

बैंक के अधिकारी रोजाना उसके बैंक में आने से थक चुके थे, उन्होंने उसे इस शर्त पर पैसे दिए कि वह फिर कभी बैंक नहीं लौटेगी. सारा सहमत थी और कभी बैंक नहीं गई. कम से कम, जब तक वह जीवित थी, तब तक. अंत में उसका निधन हो गया और बैंक के ठीक बगल में सेंट क्रिस्टोफर-ले-स्टॉक्स के पास के चर्च में उसे दफनाया गया. हालांकि, उसकी मृत्यु के बाद, बैंक में और उसके आसपास बहुत ही अजीब घटनाओं की खबरें सामने आईं और यह आज तक जारी है.

बैंक कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से सारा का भूत दिखना शुरू हो गया. काले कपड़े पहने ब्लैक नन कभी भी कहीं से आ जाती है और पूछती है आपने मेरे भाई को देखा है? और बैंक के कमर्चारी विनम्रता से एक ही जवाब देते हैं नहीं.