क्या आप भूत होने की बात पर विश्वास करते है? दुनियाभर से अनगिनत खौफनाक कहानियां सामने आती रहती है, लेकिन शायद ही किसी पर से रहस्य का पर्दा उठ पाता है. ऐसा ही एक वाकिया गुरुग्राम (Gurugram) के सैफ्रॉन बीपीओ (Saffron BPO) का बहुत प्रसिद्ध है. ऐसा कहा जाता है कि यहां का यह एक भूतिया कॉल सेंटर है जहां रोज (Rose) नाम की एक मृत लड़की की आत्मा भटकती है. वहां काम करने वाले कर्मचारी भी खुद इस बात की पुष्टी करते है. हालांकि सब कुछ पता होने के बावजूद कोई इस मसले पर खुलकर बात नहीं करना चाहता है.
कई रिपोर्ट्स में यह बात बताई गई है कि सैफ्रॉन बीपीओ एक कब्रिस्तान के ऊपर बनाया गया है. जिस वजह से रोज का साया यहां मंडराता है. कई बार कर्मचारियों ने भी अजीबो-गरीब अनुभवों को सहा है. लोग कहते है कि वर्षों पहले मर चुकी रोज भी बीपीओ कर्मचारियों के साथ काम करती है. और वह एक मेहनती कर्मचारी है. यह सब पता होने के बाद भी सभी खौफनाक माहौल में काम करने के लिए मजबूर है. अब रोज की कहानी पर फिल्म बनने जा रही है, जिसका टाइटल रोजी: द सफ्फ्रोन चैप्टर (Rosie: The Saffron Chapter) होगा. भद्रकाली पूजा से मिलती है भूत-प्रेत योनि से मुक्ति
गुरुग्राम के बीपीओ में रोज के खूब चर्चे थे, क्योकि वह हमेशा अपने लक्ष्यों को पूरा करती थी और लगातार "एम्प्लॉई ऑफ द मंथ" का खिताब हासिल करती थी. वह समय की बेहद सख्त थी. उससे कई कर्मचारी प्रेरणा लेते थे. लेकिन रोज की मेहनत के पीछे एक गूढ़ रहस्य था, जो बहुतों को नहीं पता था. एक बार काम के सिलसिले में रोज एक कॉल पर व्यस्त थी, यह बातचीत एक घंटे से अधिक समय तक चली. इस दौरान रोज की टीम लीडर ने कॉल की जांच की तो होश उड़ गए. क्योकि रोज के दूसरी ओर फोन पर कोई था ही नहीं. इस वाकिये के बाद से रोज अचानक गायब हो गई. वह किसी के साथ ज्यादा बातचीत नहीं करती थी.
कहते है तब से रोज एक अभूतपूर्व छुट्टी पर चली गई. अबने एक होनहार कर्मचारी के अचानक लापता होने से कंपनी सकते में आ गई. इसलिए रोज का पता लगाने के लिए तमाम कोशिशे की गई, लेकिन वह नहीं मिली. यहां तक कि जिस पते को रोज ने दिया था, वहां ऐसी कोई लड़की रहती ही नहीं थी. इसके बाद किसी तरह से रोज के परिजनों को तलाशा गया, तब जाकर एक चौकाने वाला खुलासा हुआ कि रोज तो आठ साथ पहले ही दुनिया को अलविदा कह चुकी है.
रोज के मौत की जानकारी मिलने के बाद सैफ्रॉन बीपीओ में काम करने वाले उसके बेस्ट फ्रेंड की कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) से मौत हो गई. जबकि रोज के कुछ अन्य करीबी मानसिक रूप से अस्थिर हो गए. कोई इस बात पर वे इस पर विश्वास नहीं कर पा रहा था कि रोज मर चुकी है. हालांकि हम डरावनी घटना को लेकर कोई पुष्टी नहीं कर सकते है, लेकिन की हकीकत को लेकर गुरुग्राम में आज भी यह एक वास्तविक घटना के रूप में बताई जाती है.