
Datia Muria Village Mukti Dham: मध्यप्रदेश के दतिया जिले से एक हैरान कर देने वाला वीडियो सामने आया है, जहां एक महिला का अंतिम संस्कार बारिश के बीच तिरपाल के नीचे किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, भांडेर ब्लॉक के मुरिया गांव में अवध कुंवर नाम की बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी. जब परिजन उनका अंतिम संस्कार करने पहुंचे तो तेज बारिश शुरू हो गई. बारिश के कारण चिता जलाना मुश्किल हो गया.
ऐसे में गांववालों ने एक अस्थाई ढांचा बनाकर तिरपाल लगाया. ताकि चिता भीगे नहीं और किसी तरह अंतिम संस्कार किया जा सके.
ये भी पढें: MP: इंदौर मेट्रो के साथ दतिया और सतना के हवाई अड्डों का लोकार्पण करेंगे प्रधानमंत्री मोदी
तिरपाल के नीचे हुआ अंतिम संस्कार
MP: भीगती रही चिता, तिरपाल के नीचे हुआ अंतिम संस्कार, MP में बारिश ने खोली सिस्टम की पोल !!
मध्य प्रदेश के दतिया जिले के एक गांव से सामने आई अंतिम संस्कार की एक हैरान करने वाली तस्वीर ने सिस्टम की लापरवाही की पोल खोलकर रख दी है !!
मध्य प्रदेश के दतिया जिले के एक गांव से सामने… pic.twitter.com/txxZeiEsQl
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) June 21, 2025
78 साल बाद भी श्मशान घाट नहीं
ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के 78 साल बाद भी यहां कोई मुक्ति धाम या श्मशान घाट नहीं बना है. उन्हें हर बार ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ता है, लेकिन शासन-प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगती. गांववालों ने कई बार ग्राम पंचायत से लेकर जिला प्रशासन तक गुहार लगाई है, लेकिन अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है.
ग्राम पंचायत के सचिव का कहना है कि मुक्ति धाम के लिए एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है, लेकिन कब तक काम शुरू होगा, इसकी कोई निश्चित जानकारी नहीं दी गई.
गांवों में बुनियादी सुविधाओं का हाल बदतर
गौरतलब है कि प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने लंबे समय तक राज किया है, लेकिन गांवों में बुनियादी सुविधाओं का हाल आज भी बदतर है. मुरिया गांव में न तो श्मशान घाट है, न बारिश से बचने की कोई व्यवस्था. बारिश के मौसम में अंतिम संस्कार करना किसी संकट से कम नहीं होता.
अब सवाल यह है कि क्या शासन-प्रशासन ग्रामीणों की इस बुनियादी जरूरत को प्राथमिकता देगा या फिर तिरपाल के नीचे अंतिम संस्कार की तस्वीरें यूं ही आती रहेंगी?