Kent Atta Dough Maker Advertisment: हेमा मालिनी और ईशा देओल के केंट आटा मेकर विज्ञापन पर बवाल, सोशल मीडिया पर भेदभाव को बढ़ावा देने का लग रहा है आरोप
केंट आटा मेकर विज्ञापन पर भेदभाव को बढ़ावा देने का आरोप (Photo Credits: Twitter)

Kent Atta Dough Maker Advertisment: केंट वाटर प्यूरीफायर (Kent Water Purifier) मार्केट का एक जाना माना ब्रांड है. वाटर प्यूरीफायर (Water Purifier) के बाद अब मार्केट में हेमा मालिनी (Hema Malini) और ईशा देओल (Esha Deol) का केंट आटा मेकर विज्ञापन (Kent Atta Maker) सुर्खियां बटोर रहा है, क्योंकि इस विज्ञापन पर बवाल मच गया है. केंट आटा मेकर के नए विज्ञापन (Kent Atta Dough Advertisment) में नौकरानियों के हाथों से आटा न गूथवाए जाने की बात पर यह कहते हुए जोर दिया गया है कि उनके हाथ संक्रमित हो सकते हैं. सोशल मीडिया यूजर्स ने इस विज्ञापन को भेदभाव को बढ़ावा देने वाला बताया है. हालांकि इस विज्ञापन पर बवाल मचने के बाद विज्ञापन को डिलीट कर दिया गया, बावजूद इसके इस पर मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोशल मीडिया यूजर्स ने अलग-अलग ट्वीट के जरिए केंट को खुद को शुद्ध करने की नसीहत दी है.

विज्ञापन में पूछा गया है कि क्या आप अपने नौकरानी को हाथ से आटा गूथने की अनुमति दे रहे हैं? और फिर एक अन्य पोस्ट में कहा गया है कि नौकरानी के हाथ संक्रमित हो सकते हैं. तीसरे पोस्ट में वे अपने नए प्रोडक्ट केंट आटा मेकर और रोटी मेकर को पेश करते हैं, जिसमें उनकी ब्रांड एबेंसडर हेमा मालिनी और ईशा देओल की तस्वीरें हैं. ट्विटर यूजर्स ने इस विज्ञापन को अज्ञानतापूर्ण और भेदभाव को बढ़ावा देने वाला करार दिया है. इसके साथ ही उन्होंने माफी की मांग की है.

ट्विटर यूजर्स ने कंपनी को उनके सस्ते मार्केटिंग ट्रिक्स के लिए न सिर्फ फटकार लगाई है, बल्कि उनसे माफी मांगने की मांग भी की है. कई लोगों ने यह कहा कि वो कंपनी से खरीददारी नहीं करेंगे और विज्ञापन में नौकरानियों के हाथ से आटा न गूथने पर जोर देना उनके प्रति भेदभाव को बढ़ावा देता है. Faye D'Souza से लेकर अन्य ट्विटर यूजर्स ने विज्ञापन के स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं और अब यह ट्विटर पर वायरल हो रहा है.

देखें ट्वीट-

विज्ञापन का विरोध

भेदभाव को बढ़ावा देना वाला विज्ञापन

दिमाग में गंदगी

क्लासिस्ट विज्ञापन

गौरतलब है कि कोरोना संकट की इस घड़ी में जहां लोग एक साथ इस महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. ऐसे में यूजर्स का कहना है कि इस तरह का विज्ञापन कोविड-19 के खिलाफ जारी लड़ाई में लोगों की एकजुटता को खतरे में डाल सकता है. बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के चलते लोगों के घरों में काम करने वाले कई लोगों की नौकरियां चली गई हैं.