Juliane Koepcke Survived a Plane Crash: 1971 में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर 17 वर्षीय जूलियन कोएपके अपनी मां के साथ अमेज़ॅन वर्षावन के ऊपर से विमान में उड़ान भर रही थी, तभी उनके विमान पर बिजली गिरी और वह हवा में ही टूट गया. जूलियन एकमात्र जीवित बची थी.
जूलियन कोएपके 3000 फीट (914 मीटर) फीट की ऊंचाई से अमेजन के वर्षावन में गिरी फिर भी अपनी सीट से बंधी हुई थी. गिरने के दौरान वह बेहोश हो गई, लेकिन चमत्कारिक रूप से वह बच भी गई, हालांकि कॉलरबोन उकी टूटी हुई थी. उसकी बांह पर और आंख में चोट लग गई थी.
जूलियन ने जंगल में 11 दिन बिताए, जिनमें से अधिकांश उसने पानी के बीच से होते हुए नदी तक जाने में बिताए. वह फल, मेवे और कीड़े खाती थी और नदी का पानी पीती थी. उसने खुद को बारिश और कीड़ों से बचाने के लिए एक आश्रय स्थल भी बनाया.
11वें दिन, जूलियन को अंततः एक खोजी दल द्वारा बचा लिया गया. वह इतिहास की सबसे अविश्वसनीय विमान दुर्घटनाओं में से एक में बच गई थी. जूलियन का जीवित रहना अभी भी वैज्ञानिकों के लिए एक रहस्य है. उनका मानना है कि इस तथ्य से कि वह अपनी सीट से बंधी हुई थी, शायद उसके गिरने को धीमा करने और उसे मारे जाने से बचाने में मदद मिली होगी. वर्षावन के घने पत्तों ने भी उसके उतरने में मदद की होगी.
अपनी अविश्वसनीय जीवित रहने की कहानी के अलावा, जूलियन कोएपके एक सफल जीवविज्ञानी भी हैं. अपनी दुर्घटना के बाद वह कई बार अमेज़ॅन वर्षावन में लौट चुकी है, और उसने अपना जीवन वर्षावन और वन्य जीवन का अध्ययन करने के लिए समर्पित कर दिया है.