Ganeshotsav 2024: महाराष्ट्र (Maharashtra) में दस दिवसीय गणेशोत्सव (Ganeshotsav) के त्योहार को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया जाता है. महाराष्ट्र (Maharashtra) के अलावा देश के विभिन्न हिस्सों में गणेशोत्सव के पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) पर विभिन्न पंडालों और घरों में लोग गणपति बप्पा का धूमधाम से स्वागत करते हैं, लेकिन लालबाग चा राजा (Lalbaugcha Raja) को मन्नतों का राजा कहा जाता है, इसलिए हर साल भारी तादात में भक्त और सेलेब्रिटीज गणपति बप्पा का आशीर्वाद लेने के लिए लालबागचा राजा के दरबार में पहुंचते हैं. लालबाग के मध्य में स्थित, लालबागचा राजा की स्थापना मछुआरों और व्यापारियों के एक समूह ने मुंबई में एक सुरक्षित कार्यस्थल देने के लिए भगवान गणेश के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए की थी.
हालांकि भगवान गणेश के लिए सभी भक्त समान हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर प्रसारित हालिया वीडियोज इसका एक विपरीत पक्ष दिखाते हैं. दर्शन के दौरान मशहूर हस्तियों और 'आम' (आम) भक्तों के बीच स्पष्ट अंतर दिखाने वाले वायरल वीडियो ने विवाद को जन्म दिया है. घंटों लाइन में इंतजार करने वाले आम लोगों की तुलना में मशहूर हस्तियों को वीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने के वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसके बाद कई लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या गणपति बप्पा का आशीर्वाद केवल वीआईपी के लिए होता जा रहा है.
लालबागचा राजा कई वर्षों से गणेशोत्सव के दौरान एक प्रमुख आकर्षण रहा है, जिसमें भारी भीड़ इसके आध्यात्मिक महत्व को बढ़ाती है, लेकिन मशहूर हस्तियों के लिए वीआईपी ट्रीटमेंट के उभरते पैटर्न ने विभाजन पैदा कर दिया है. ग्लैमर इंडस्ट्री, राजनीति और उद्योग जगत से जुड़ी मशहूर हस्तियों को अक्सर वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जाता है और उन्हें बिना किसी कतार के गणपति बप्पा की मूर्ति के एकदम करीब जाकर दर्शन करने की सुविधा प्रदान की जाती है, जबकि आम भक्तों को गणपति बप्पा की एक झलक पाने के लिए घंटों तक लंबी कतार में खड़े रहना पड़ता है, उसके बाद भी उन्हें बप्पा के दर्शन दूर से ही करने को मिलते हैं. यह भी पढ़ें: Ganesh Chaturthi 2024: नन्हा चूहा विशालकाय गणेशजी का वाहन कैसे बना? जानें एक रोचक पौराणिक कथा!
सोशल मीडिया पर उजागर किए गए विरोधाभासी वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे वीआईपी लोगों या प्रभावशाली लोगों को भगवान गणेश की मूर्ति के सामने अपनी पसंद के अनुसार खड़े होने और अपनी गति से उनकी तस्वीरें क्लिक करने की अनुमति दी जाती है. इस बीच, आम लोग लंबी कतारों में खड़े होते हैं और जब खुले गेट से अनुमति दी जाती है तो भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने के लिए एक व्यक्ति दूसरे को धक्का देकर प्रवेश करता है. यहां तक कि अत्यधिक भीड़ होने के कारण कुछ लोग घायल हो जाते हैं, जबकि अन्य लोग प्रवेश करने में विफल हो जाते हैं और उन्हें फिर से लंबी लाइन में वापस लौटना पड़ता है.
कई सालों से मशहूर हस्तियों को वीआईपी ट्रीटमेंट देते हुए उन्हें आराम से दर्शन करने दिया जाता रहा है, जहां अक्सर मशहूर हस्तियों को सुरक्षा कर्मियों के साथ सीधे बप्पा की प्रतिमा के सामने दर्शन के लिए ले जाया जाता है, तो वहीं आम भक्त बप्पा की एक झलक पाने के लिए घंटों तक लंबी कतार में इंतजार करते हैं. बप्पा के दरबार में सेलेब्रिटीज और आम भक्तों के बीच किए जाने वाले इस भेदभाव ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है. कई लोगों ने सवाल उठाया है कि क्या यह प्रथा गणेशोत्सव प्रस्तुत भक्ति और समानता के सार को कमजोर करती है. यहां हम आपको कुछ पोस्ट दिखाने जा रहे हैं, जो यह बताते हैं कि इस तरह के व्यवहार पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए और बप्पा के दरबार में आने वाले सभी भक्तों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए.
गणपति बप्पा के दर्शन के लिए आम श्रद्धालु की भारी भीड़
VIP CULTURE SHOULD BE BAN: This is how normal people are treated in ‘Lalbagh Cha Raja’ ganpati V/S VIP culture. pic.twitter.com/uLqSjjLi8H
— ADV. ASHUTOSH J. DUBEY 🇮🇳 (@AdvAshutoshBJP) September 12, 2024
वीआईपी और आम लोगों के बीच तरजीही व्यवहार
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क्या गणपति बप्पा सिर्फ वीआईपी लोगों के लिए हैं?
Is #GanpatiBappa only for VIPs? 🎟
At #LalbaugchaRaja #Mumbai, VIPs enjoy special access and photo opportunities, while the common people struggle to catch a glimpse of Ganpati Bappa. 😞
Do temples really need VIP access? If Ganpati Bappa doesn’t discriminate, why should… pic.twitter.com/qIaFw5OM0e
— Akassh Ashok Gupta (@peepoye_) September 12, 2024
लालबागचा राजा में मशहूर हस्तियों को वीआईपी ट्रीटमेंट
Please don't go at Lalbaug Ganpati Darshan it's only for VIP n Celebraties go near by mandir or keep Ganpat ji at home 🙏🔱#GaneshChaturthi2023 #ganpati2023 #Tiger3 #AsianGames #SalmanKhan #Dunki #ModijiSaveAriha #Mumbai @mieknathshinde #verydarkman #LalbaugchaRaja2023 #Ganpati pic.twitter.com/BDvTGPb6Yj
— Raaj Kr (@rajukum26191) September 27, 2023
आम लोगों द्वारा लालबागचा राजा में भगवान गणेश के शीघ्र दर्शन
It’s funny how these celebs are allowed to go so near to Ganpati Bappa at Lalbaug (and many other famous places) and click pics. We normal people aren’t even allowed to go so near or stand still even for a second there. Bhagvaan ke ghar to aisa nahi hona chahiye 😂
— Aavishkar (@aavishhkar) September 12, 2024
इतना भेदभाव क्यों?
एकाच देवाच्या दोन पायांच्या किंमती वेगवेगळ्या आहेत..पण गणपती बाप्पा आशीर्वाद देताना भेदभाव करणार नाही.
Two feet of the same god have different prices…But Ganapati Bappa will not discriminate when he blesses.
गणपती बाप्पा मोरया 🙏🙇#Lalbagcharaja pic.twitter.com/kBfvsmg0ci
— सुक्टा बोंबिल (@suktabombil) September 12, 2024
बहरहाल, देशभर में दस दिवसीय गणोशोत्सव मनाया जा रहा है और लोग लगातार बप्पा के दर्शन के लिए सार्वजनिक पंडालों में पहुंच रहे हैं, लेकिन मुंबई के सबसे फेमस लालबागचा राजा में वीआईपी पहुंच पर बहस विवादास्पद बनी हुई है. मशहूर हस्तियों और आम भक्तों के साथ विरोधाभासी व्यवहार ने धार्मिक आयोजनों में व्यावसायीकरण और सामाजिक विभाजन पर व्यापक प्रकाश डाला है. बेशक, गणेश चतुर्थी या गणेशोत्सव भक्ति, विश्वास और समुदाय का जश्न मनाता है, इसलिए कई लोगों का मानना है बप्पा के दर्शन के लिए आने वाले सभी भक्तों के साथ एक जैसा व्यवहार होना चाहिए.