भारत (India) की महिला एथलिटों (Female Athletes) ने पिछले कुछ महीनों में कई सारे मेडल्स और चैंपियनशिप जीते हैं. खेल जगत में भारत के ट्रैक रिकॉर्ड में काफी सुधार हुआ है और छोटे शहरों और इलाकों से आने वाली महिला खिलाड़ियों ने हाल में अपनी पहचान वैश्विक स्तर (Global Stage) पर बनाई है. नई ऊंचाइयों को छू रही भारतीय महिला एथलिटों की उपलब्धियों की प्रशंसा करने के लिए गूगल (Google) ने 'With A Little Help' नाम से एक नया एड कैंपेन शुरू किया है. आपको अपने गोल को पाने के लिए अपने सवालों को गूगल सर्च बॉक्स नें टाइप करना होगा. आपके सवालों का सर्च इंजन गूगल के पास बेहतरीन जवाब है. वीडियो में पूजा बिश्नोई (Pooja Bishnoi), नैना जायसवाल, हिमा दास (Hima Das) और अन्य खेल के सितारों के उपलब्धियों को दिखाया गया है जो हर लड़की को बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित करती है.
वीडियो में एक गाना और महिला खिलाड़ियों के वास्तविक जीवन के फुटेज और उनकी उपलब्धियां हैं. सिक्स पैक एब्स (Six-pack Abs) बनाने वाली एशिया (Asia) की सबसे छोटी लड़की पूजा बिश्नोई (8 साल) युवा एथलिटों के लिस्ट में शामिल होने वाला नया नाम है, जो यह दिखाती है कि उसकी शुरुआती सफलता कोई अस्थायी नहीं है. यह भी पढ़ें- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोल्डन गर्ल हिमा दास को दी बधाई.
पूजा बिश्नोई प्रैक्टिस सेशन!
How much speed do you think my bowling threw?My bowling speed has increased in the last two months because I have done the excise of javelin throw to increase my speed which is giving me a lot of benefit.@imVkohli @vkfofficial @Jaspritbumrah93 @ImIshant @BhuviOfficial @y_umesh pic.twitter.com/J41BFgL7iy
— Pooja Bishnoi (@poojabishnoi36) December 6, 2019
देखें पूजा बिश्नोई की उड़ान!
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— Pooja Bishnoi (@poojabishnoi36) November 23, 2019
दूसरी तरफ, हमारे पास नैना जायसवाल हैं जिन्होंने महज 19 साल की उम्र में नेशनल और इंटरनेशनल कई खिताब जीते हैं. नैना जायसवाल ने 15 साल की उम्र में उस्मानिया यूनिवर्सिटी से पोस्ट-ग्रेजुएशन पूरा किया है और फिलहाल वह पीएचडी कर रही हैं.
देखें गूगल इंडिया का कैंपेन वीडियो-
वहीं, इस साल जुलाई महीने में हिमा दास ने केवल 20 दिनों में पांच गोल्ड मेडल जीते थे. हिमा दास दो जुलाई को यूरोप में, सात जुलाई को कुंटो एथलेटिक्स मीट में, 13 जुलाई को चेक गणराज्य में ही और 17 जुलाई को टाबोर ग्रां प्री में अलग-अलग स्पर्धाओं में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं.