Fact Check: कोरोना वैक्सीन के लिए देनी पड़ेगी 500 रुपये की फीस? जानें इंटरनेट पर वायरल हो रहे इस खबर का सच
वायरल पोस्ट, (फोटो क्रेडिट्स: ट्विटर)

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कोविड वैक्सीन से जुड़े कई दावे किए गए हैं. वायरल पोस्ट में दावा किया गया है कि न्यू कोविड 19 वैक्सीनेशन पॉलिसी 1 मार्च से शुरू होगी. इसमें कोविड वैक्सीन के दाम 500 रुपये बताया गया है. इस पोस्ट में दावा किया गया है कि 40 प्रतिशत वैक्सीन हर दिन पहले से रजिस्टर्ड लोगों को लगाई जाएगी और 60 प्रतिशत वैक्सीन वाकइन लोगों के लिए रिजर्व रखी जाएगी. और वाकइन आने वालो को वहीं आकर वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इस पोस्ट में यह भी दावा किया गया है कि 60 से ज्यादा उम्र के लोगों को वोटर आईडी कार्ड और पैनकार्ड लाना होगा. इस वायरल पोस्ट का फैक्ट चेक कर पीआईबी ने खुलासा किया है कि सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट फर्जी है, केंद्र सरकार द्वारा ऐसे कोई नियम लागू नहीं किए गए हैं. यह भी पढ़ें: Fact Check: सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट डालने पर होगी 5 साल की जेल? यहां पढ़ें वायरल खबर की पूरी सच्चाई

पीआईबी ने एक ट्विट के जरिए बताया,'# COVID19 टीकाकरण अभियान के अगले चरण के संबंध में एक अग्रेषित # व्हाट्सएप संदेश में कई दावे किए जा रहे हैं. #PIBFactCheck: ये दावे # गलत हैं. टीकाकरण अभियान से संबंधित अधिक जानकारी के लिए, यहां पढ़ें:

देखें ट्वीट:

बता दें कि पीएम मोदी अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में कोरोना वैक्सीनेशन के अगले चरण के लिए निर्णय लिए गए हैं. बैठक में यहां फैसला लिया गया है कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों तथा किसी अन्य बीमारी से ग्रसित 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वायरस रोधी टीका एक मार्च से लगाया जाएगा. सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि दूसरे चरण में 10 हजार सरकारी केंद्रों पर निशुल्क टीका लगाया जाएगा. उन्होंने कहा,'20 हजार प्राइवेट क्लीनिकों पर भी कोरोना का टीका लगाया जाएगा, जिसके लिए लोगों को शुल्क देना होगा. यह शुल्क कितना होगा इस पर विचार विमर्श किया जा रहा है और इस बारे में दो-तीन दिनों में घोषणा की जाएगी.